नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कतर के अमीर शेख थनी की मौजूदगी में भारत और कतर के बीच रविवार को दोहा में ‘नेशनल इन्वेस्ट मेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चशर फंड (एनआआईआईएफ) में निवेश सहित सात समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए।
इसमें पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग, रिति रिवाज से जुड़े मामलों में आपसी सहायता, वित्त खुफिया इकाई-भारत (एफआईयू-आईएनडी) और कतर वित्तीय सूचना इकाई में सूचना संबंधी सहयोग, राष्ट्रीय निवेश और इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड में निवेश, युवा और खेल के क्षेत्र में आपसी सहयोग, कौशल विकास एवं योग्यता को मान्यता देने में सहयोग और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग से जुड़े समझौता ज्ञापन शामिल हैं।
कतर से भारत को बड़ी मात्रा में एलएनजी की भी सप्लाई की जाती है। पिछले साल कतर से देश में एलएनजी के कुल आयात का करीब 65 फीसदी हिस्सा वहीं का था। शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई कतर के पीएम अब्दुल्ला बिन नासेर बिन खलीफा अल थानी ने हवाई अड्डे पर उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। मोदी की पांच दिवसीय विदेशी दौरे का ये दूसरा चरण है।
राजनीतिक व आर्थिक संबंधों को मजबूती प्रदान करने के लिए पांच देशों के दौरे पर रवाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां के उद्योग जगत से जुड़े प्रमुख लोगों से मुलाकात की और उनसे भारत में निवेश करने की अपील की। भारत में बिजनस से जुड़ी समस्याओं को दूर करने का भी प्रधानमंत्री मोदी ने कतर के बिजनस लीडर्स को आश्वासन दिया।
दोहा में कतर बिजनेस लीडर्स से राउंड टेबल में मुलाकात में प्रधानमंत्री ने भारत के युवा श्रम बल का उल्लेख करते हुए कहा कि देश की 80 करोड़ आबादी युवाओं की है। ये युवा देश की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढ़ांचे का विस्तार और विनिर्माण गतिविधियों को अत्याधुनिक बनाना उनकी सरकार की प्राथमिकताएं हैं।
देश में निर्माण गतिविधियां तेज गति से बढ़ रही हैं। आमलोगों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए स्मार्ट सिटी, मेट्रो और शहरी क्षेत्र में कचरा प्रबंधन जैसी योजनाएं शुरू की गई हैं। मोदी ने कतर के निवेशकों से भारत में कृषि उत्पाद प्रसंस्करण, रेलवे और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश को भी काफी फायदे वाला बताया।
इस अवसर पर भारत और कतर के बीच व्यावसायिक रिश्तों में मजबूती लाने के लिए कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमल अल थानी की सराहना भी की।