नई दिल्ली। भारत ने गुरुवार को कहा कि चीनी क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त भारतीय यूएवी ड्रोन के बारे में चीन को जानकारी दे दी गई थी। चीन ने इससे पहले आरोप लगाया कि भारतीय यूएवी (ड्रोन) उसके क्षेत्र में ‘जबरन प्रवेश’ कर गया था।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारतीय यूएवी भारतीय सीमाक्षेत्र में नियमित प्रशिक्षण अभियान पर था, लेकिन इसने कुछ तकनीकी कारण से जमीनी कंट्रोल से संपर्क खो दिया और सिक्किम सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा से पार चला गया।
बयान के अनुसार एक मानक प्रोटोकोल के तहत भारतीय सीमा सुरक्षा बल ने तत्काल यूएवी का पता लगाने के संबंध में अपने चीनी समकक्ष को बताया। रक्षा मंत्रालय के अनुसार इसकी प्रतिक्रिया में, चीनी पक्ष ने यूएवी के लोकेशन के बारे में जानकारी दी।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार घटना के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा रहा है। इस मामले में भारत-चीन सीमा क्षेत्र की स्थिति के अनुसार स्थापित प्रोटोकोल के तहत संस्थागत तंत्र के माध्यम से आगे बढ़ा जाएगा।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने वेस्टर्न थियेटर कमांड में ज्वाइंट स्टाफ डिपार्टमेंट के कंबैट ब्यूरो के डिप्टी हेड झांग शुइली के हवाले से बताया कि भारतीय यूएवी चीनी वायुसीमा में अवैध रूप से घुस गया और दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
चीन ने हालांकि दुर्घटना के समय और इसके होने की जगह के बारे में नहीं बताया। शुइली ने कहा कि यह चीन की क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन है। हम इससे काफी असंतुष्ट हैं और इसका विरोध किया है।