नई दिल्ली। भारत ने गुरुवार को स्विट्ज़रलैंड से कर सूचना के आदान-प्रदान पर एक बार फिर सहयोग के लिए आग्रह किया और कहा काला धन भारत में एक संवेदनशील मुद्दा है।
यह बात गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने स्विट्ज़रलैंड के न्याय और पुलिस मामलों से जुड़ी मंत्री कुमारी सिमोनेटा सोमारूगा से कही। कुमारी सोमारूगा भारत के दौरे पर हैं।
गृहमंत्री ने कहा, भारत इस दिशा में स्विट्जरलैंड से सहयोग की अपेक्षा करता है। दोनों देशों ने तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
ये हैं तीन समझौते : राजनयिक पासपोर्ट धारकों के लिए वीज़ा में छूट, अवैध प्रवासियों की पहचान और वापसी के लिए तकनीकी व्यवस्था और राजनयिक स्टाफ और कौंसुलर मिशन के अधिकारियों के आश्रितों को लाभकारी रोजगार में सहायता के लिए व्यवस्था।
गृहमंत्री ने भारतीय उद्योगपतियों के लिए वीजा व्यवस्था और उदार करने की मांग की और कहा, भारत द्विपक्षीय व्यापार और निवेश बढ़ाने के लिए स्विट्ज़रलैंड के उद्योगपतियों को बहु-वर्षीय मल्टीपल एंट्री वीजा देता है।
गृहमंत्री ने भारतीय पुलिस अधिकारियों के लिए स्विट्ज़रलैंड के पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों में अपहरण रोकने और साइबर फॉरेंसिक क्षेत्रों में प्रशिक्षण का सुझाव दिया।
दोनों देशों ने अनेक विषयों पर चर्चा की जिनमें प्रमुख हैं सजायाफ्ता व्यक्तियों के प्रत्यर्पण और आपराधिक मामलों में परस्पर कानूनी सहायता।
यह सब आतंकवाद, अंतर्राष्ट्रीय संगठित अपराध, भ्रष्टाचार और काले धन के विरुध्द लड़ाई में सहायक सिध्द होगा।