नई दिल्ली। बैलेस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली विकसित करने दिशा में प्रगतिशील भारत ने रविवार को स्वदेशी सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। आवाज से तेज गति से चलने वाली यह मिसाइल दुश्मन की ओर से आती शत्रु की बैलेस्टिक मिसाइल को नष्ट करने की क्षमता रखती है।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के अनुसार, उड़ान की स्थिति में इंटरसेप्टर के कई मानकों का सत्यापन करने के लिए यह परीक्षण किया गया जो सफल रहा है। बंगाल की खाड़ी में खड़े पोत से पृथ्वी मिसाइल के नौसैन्य संस्करण को लक्ष्य बना कर दिन में करीब 11.15 बजे मिसाइल को छोड़ा गया था। डीआरडीओ के एक वैज्ञानिक ने कहा कि इंटरसेप्टर की मारक क्षमता का आकलन कई निगरानी स्रोतों से किया गया।
इंटरसेप्टर 7.5 मीटर लंबा मजबूत रॉकेट है जो नौवहन प्रणाली, हाईटेक कंप्यूटर और इलेक्ट्रो-मैनिकल एक्टिवेटर की मदद से गाइडेड मिसाइल से संचालित होता है। इंटरसेप्टर ‘एडवांस्ड एयर डिफेंस (एएडी) मिसाइल को अब्दुल कलाम द्वीप पर तैनात किया गया था जिसे रडार से संकेत मिल रहे थे। इस इंटरसेप्टर ने लक्ष्य वाली मिसाइल को काफी उंचाई पर ही नष्ट कर दिया।