नई दिल्ली। भारत ने बुधवार को परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम पृथ्वी-II मिसाइल का सतह से सतह तक मार करने वाली इस मिसाइल को उड़ीसा के चांदीपुर टेस्ट रेंज से सुबह करीब 9.40 पर प्रक्षेपित किया गया। इस दौरान डीआरडीओ के कई वैज्ञानिक भी वहां मौजूद रहे।
जानकारी के अनुसार पृथ्वी-II भारत की पहली देश में निर्मित बैलिस्टिक मिसाइल है, जो सतह से सतह पर 350 किलोमीटर तक मार करती है। यह मिसाइल लिक्विड और सॉलिड, दोनों तरह के ईंधन से ऑपरेट होती है, जो परंपरागत और परमाणु, दोनों तरह के हथियार ढोने में सक्षम है।
इससे पहले पृथ्वी-II का सफल यूजर ट्रायल 16 फरवरी, 2016 और 14 नवंबर 2014 को किया गया था। पृथ्वी-II में दो इंजन लगे हैं जिसकी लंबाई 8.56 मीटर, चौड़ाई 1.1 मीटर और वजन 4,600 किलोग्राम है।
यह मिसाइल 483 सेकेंड तक और 43.5 किमी की ऊंचाई तक उड़ान भर सकती है। यह मिसाइल 500 से 1000 किग्रा तक का भार उठाने में सक्षम है।
देश में बने दो इंजनों वाले पृथ्वी-2 मिसाइल की लंबाई 8.56 मीटर, चौड़ाई 1.1 मीटर और 4600 किग्रा वजनी है। पृथ्वी-2 मिसाइल 483सेकेंड में उड़ान भर सकती है और 43.5मीटर तक उंचाई हासिल कर सकती है।
350 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली पृथ्वी-2 मिसाइल 500से एक हजार किलोग्राम तक के आयुध ले जाने में सक्षम है और इसमें लिक्विड प्रोपल्शन ट्विन इंजन लगे हैं। मिसाइल के प्रक्षेपण पर डीआरडीओ रडार, इलैक्ट्रोआप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम से निगरानी की गई।