नई दिल्ली। भारत और ब्रिटेन के बीच प्रत्यर्पण और कानूनी सहयोग से जुड़े मुद्दों पर मंगलवार को नई दौर की बातचीत हुई जिसमें बैंकों का करीब 9,000 करोड़ रुपए का लोन न चुकाने वाले शराब कारोबारी विजय माल्या का भी मुद्दा उठा।
सूत्रों के अनुसार ब्रिटेन सरकार ने भगोड़े लोन डिफॉल्टर माल्या को भारत को सौंपने का आश्वासन दिया है। वहीं आईपीएल में वित्तीय अनियमितता के आरोपी ललित मोदी और 1993 के मुंबई बम धमाकों के वांछित टाइगर मेमन के खिलाफ भी कार्रवाई का भरोसा मिला है।
बैठक में दोनों पक्षों ने एक दूसरे की कानूनी प्रक्रियाओं के बारे में विस्तृत और उपयोगी विचार-विमर्श किया और दोनों तरफ लंबित प्रत्यर्पण एवं पारस्परिक कानूनी सहायता से जुड़े मामलों की समीक्षा की।
देशों को भी कानूनी सहयोग को मजबूत बनाने और लंबित अनुरोध तेजी लाने के लिए अपने दृढ़ संकल्प को दोहराया। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने किया जिसमें गृह मंत्रालय, कानून और न्याय, सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय कुछ संबंधित राज्य के अधिकारी शामिल थे।
ब्रिटेन के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व प्रत्यर्पण और पारस्परिक कानूनी सहायता से जुड़ी केंद्रीय प्रशासन के प्रमुख ने किया जिसमें ब्रिटेन के गृह मंत्रालय और क्राउन अभियोजन सेवा के प्रतिनिधि और नई दिल्ली में ब्रिटेन के उच्चायुक्त शामिल थे।