नई दिल्ली। भारतीय टीम ने यदि पुणे टेस्ट की हार के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीत लिया तो वह 44 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ देगी।
भारत ने अपने 85 वर्ष के टेस्ट इतिहास में पहला टेस्ट हारने के बाद चार या ज्यादा टेस्ट मैचों की सीरीज सिर्फ एक बार जीती है। टीम इंडिया ने यह करिश्मा 1973 में अंजाम दिया था जब फारूख इंजीनियर की टीम ने एक मैच से पिछड़ने के बाद इंग्लैंड को पांच मैचों की सीरीज में 2-1 से शिकस्त दी थी।
अब यदि विराट कोहली की टीम इंडिया को स्टीव स्मिथ की ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ सीरीज जीतनी है तो यह 44 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ना होगा।
यदि टीम इंडिया प्रेरणा के लिए पीछे देखना चाहे तो उसे इतने पीछे देखने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इसी टीम ने 2015 में श्रीलंका को तीन मैचों की सीरीज में पहला मैच हारने के बाद अगले दो टेस्ट जीतकर सीरीज 2-1 से अपने नाम की थी।
भारत एक बार ऑस्ट्रेलिया को भी तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में पहला टेस्ट गंवाने के बाद 2-1 से हरा चुका है। 2001 में भारत ने घरेलू सीरीज में पहला टेस्ट हारने के बाद अगले दो टेस्ट जीतते हुए सीरीज 2-1 से अपने नाम की थी।
ऑस्ट्रेलिया ने पिछले दिनों पुणे टेस्ट में स्पिनरों की मददगार पिच पर भारत को 333 रनों से हराकर चार मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई थी। बाएं हाथ के स्पिनर स्टीव ओकीफ ने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए मैच में 70 रन देकर 12 विकेट झटके थे।