धर्मशाला। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धर्मशाला टेस्ट मैच में गेंद और बल्ले से हरफनमौला खेल का नजारा पेश करने वाले भारतीय क्रिकेटर रविंद्र जडेजा का मानना है कि उनके लिए ‘मैन ऑफ द मैच’ या ‘मैन ऑफ द सीरीज’ से पुरस्कृत होने से बेहतर है टीम इंडिया के जीत में योगदान देना।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे और निर्णायक टेस्ट मुकाबले में शानदार अधर्शतकीय पारी (63 रन, 4 चौका, 4 सिक्सर) खेलने के साथ ही रविंद्र जडेजा ने अपने हाजिर जवाबी से भी कंगारूओं को हैरान कर दिया। जडेजा को बल्ले से शानदार प्रदर्शन करते देख कंगारू विकेटकीपर मैथ्यूवेड ने उनका ध्यान भटकाने की कोशिश की, इस पर जडेजा ने कहा कि भाई, आप जल्द से मैच हार जाओ। फिर आपके पास टाइम होगा और हम साथ बैठकर डिनर करेंगे।
आपको बता दें कि तीसरे दिन भारतीय बल्लेबाजों के सामने कंगारू गेंदबाज 140 की स्पीड से गेंदबाजी कर रहे थे। चूंकि विकेट पर अच्छा बाउंस मिल रहा था। ऐसे में भारतीय बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा और रविंद्र जडेजा ने सूझबूझ से बल्लेबाजी की और टीम के स्कोर को 300 के पार ले गए। दोनों की धैर्यपूर्वक बल्लेबाजी ने ना सिर्फ ऑस्ट्रेलिया की उम्मीदों पर पानी फेर दिया बल्कि पहली पारी में टीम इंडिया ने 332 रन बनाकर 32 रन की बढ़त ले ली।
बाकी की रही सही कसर भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में 137 रनों पर समेट कर टीम इंडिया की जीत की उम्मीदों को बनाए रखा। दूसरी ओर तीसरे दिन दूसरी पारी में बैटिंग करने उतरी भारतीय टीम ने बगैर विकेट गंवाए 19 रन बना लिए थे। अब टीम इंडिया को जीत के लिए 87 रनों की जरूरत है और उसके 10 विकेट शेष हैं।