हैदराबाद। भारत के 687 रनों के जवाब में खेलते हुए बांग्लादेश ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने पर 1 विकेट के नुकसान पर 41 रन बना लिए हैं। तमीम इकबाल 23 और मोमिनुल हक 1 रन बनाकर खेल रहे हैं।
बांग्लादेश के एकमात्र आउट होने वाले बल्लेबाज सौम्या सरकार रहे। सरकार को उमेश यादव की गेंद पर साहा ने कैच कर पवेलियन भेजा। सरकार ने 15 रन बनाए। इससे पहले भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट खोकर 687 रनों पर पारी घोषित कर दी। यह भारत का सर्वश्रेष्ठ पांचवां टेस्ट स्कोर है और बांग्लादेश के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ टेस्ट स्कोर है।
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने रिद्धिमान साहा के शतक (106) और रवींद्र जडेजा के अर्धशतक (60) बनाते ही पारी घोषित कर दी। दोनों बल्लेबाज नाबाद पवेलियन लौटे। इससे पहले रिद्धिमान साहा ने संभलकर खेलते हुए अर्धशतक पूरा किया, जिसे उन्होंने शतक में तब्दील भी किया। यह साहा के करियर का दूसरा शतक है।
उन्होंने अपने टेस्ट के सर्वश्रेष्ठ स्कोर (104 रन) को भी पीछे छोड़ दिया। यह साहा के करियर का दूसरा शतक और रवींद्र जडेजा के करियर का पांचवां अर्धशतक है।
इससे पहले, रविचंद्रन अश्विन (34) मेहदी हसन का शिकार बनकर पवेलियन लौटे। आउट होने से पहले उन्होंने रिद्धिमान साहा के साथ 50 से ज्यादा रनों की साझेदारी की।
दोहरा शतक लगाने वाले विश्व के पहले बल्लेबाज बने कोहली
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने शुक्रवार बांग्लादेश के खिलाफ एकमात्र टेस्ट में करियर का चौथा दोहरा शतक लगाकर इतिहास रच दिया। कोहली लगातार चार टेस्ट श्रृंखलाओं में दोहरा शतक लगाने वाले विश्व के पहले बल्लेबाज बन गए हैं। कोहली इस पारी में 204 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें तैजुल इस्लाम ने आउट किया।
इसके अलावा कोहली ने घरेलू सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने का भी रेकॉर्ड बनाया। कोहली ने 15 पारियों में 1116 रन पूरे कर लिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने भारत के ही वीरेंदर सहवाग के 2004-05 सीजन में बने रेकॉर्ड को तोड़ दिया। सहवाग ने 17 पारियों में 69.06 की औसत से 1105 रन बनाए थे। कोहली ने 93 की औसत से ये रन बनाए हैं।
इस दौरान उन्होंने चार शतक और दो हाफ शतक लगाईं। गौरतलब बात यह है कि इस दौरान कोहली एक बार भी शून्य पर आउट नहीं हुए। सहवाग ने भी 2004-05 के सीजन में चार शतक लगाए थे। सहवाग ने उस दौरान तीन हाफ शतक भी लगाईं थे। सहवाग एक बार शून्य पर आउट हुए थे। घरेलू सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले पांच बल्लेबाजों में से चार भारतीय बल्लेबाज हैं।
कोहली और सहवाग के अलावा सुनील गावसकर और दिलीप वेंगसरकर भी इस सूची में शामिल हैं। इस सूची में तीसरे नंबर पर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ग्राहम गूच हैं जिन्होंने 1990 के घरेलू सीजन में 1058 रन बनाए थे। गूच ने इस दौरान 96.18 की औसत से रन बनाए थे। गूच ने इस सीजन में 4 शतक और तीन अर्धशतक लगाए थे। गूच एक बार शून्य पर आउट हुए थे।
भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावसकर इस सूची में चौथे नंबर पर हैं जिन्होंने 1979-80 के घरेलू सीजन की 21 पारियों में 51.35 की औसत से 1027 रन बनाए थे। गावसकर ने तीन शतक और चार हाफ शतक लगाए थे।
दिलीप वेंगसरकर इस सूची में पांचवें पायदान पर हैं। वेंगसरकर ने 1986-1987 के सीजन में खेलीं 13 पारियों में 107.33 की औसत से चार शतक और तीन हाफ शतक की मदद से 966 रन बनाए थे।