इंदौर। श्रीलंकाई टीम शुक्रवार को होल्कर स्टेडियम में खेले गए दूसरे टी-20 में रनों की बरसात में भारत से पीछे रह गई और शुरुआती संघर्ष के बाद 88 रनों से मैच गंवा बैठी। इसी के साथ भारत ने तीन टी-20 मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त ले ली है।
भारत ने मैन ऑफ द मैच रोहित शर्मा की 43 गेंदों में 12 चौके और 10 छक्कों की मदद से खेली गई 118 रन और उनके सलामी जोड़ीदार लोकेश राहुल की 49 गेंदों में पांच चौके और आठ छक्कों की मदद से खेली 89 रनों की पारी के दम पर 20 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर 260 रन बनाए थे।
श्रीलंकाई टीम इस लक्ष्य को संघर्ष करने के बाद भी हासिल नहीं कर पाई और 17.2 ओवरों में नौ विकेट खोकर 172 रन ही बना सकी। उसकी तरफ से एंजेलो मैथ्यूज चोट के कारण बल्लेबाजी करने नहीं उतर सके और नौवां विकेट गिरने के साथ ही श्रीलंकाई पारी समाप्त हो गई।
विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने हालांकि भारत की तरह ही तेज शुरुआत की और चौकों-छक्कों की बरसात की। उसने 10 ओवरों में ही 100 का आंकड़ा पार कर लिया था। उसने यहां तक निरोशन डिकवेला (25) के रूप में एक मात्र विकेट खोया था। डिकवेला को जयदेव उनादकट ने 39 के कुल स्कोर पर आउट किया था।
लेकिन इसके उपुल थरंगा (47) और कुशल परेरा (77) की जोड़ी ने चौके, छक्के जड़ने जारी रखे और श्रीलंकाई प्रशंसकों की उम्मीद को जिंदा रखा।
कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की जोड़ी ने एक बार फिर श्रीलंका के सपनों पर पानी फेर दिया। थरंगा और कुशल की जोड़ी को 145 के कुल स्कोर पर चहल ने तोड़ा। चहल ने थरंगा को अपनी ही गेंद पर कैच किया। इस जोड़ी ने दूसरे विकेट के लिए 109 रनों की साझेदारी की।
यहां से कुलदीप और चहल हावी हो गए और लगातार विकेट लेकर श्रीलंका को एक और हार के लिए मजबूर किया। चहल ने इस मैच में चार और कुलदीप ने तीन विकेट लिए। जयदेव और हार्दिक पांड्या को एक-एक विकेट मिला।
इससे पहले, क्रिकेट जगत को एक बार फिर रोहित का आतिशी अंदाज देखने को मिला। उन्होंने इस मैच में अपने करयिर का दूसरा टी-20 शतक जड़ा। यह उनका टी-20 में सर्वोच्च स्कोर भी है। इसके अलावा वह भारत की तरफ से टी-20 में दो शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं।
रोहित ने अपना पहला शतक दो अक्टूबर 2015 को धर्मशला में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लगाया था। रोहित ने उस मैच में 106 रन बनाए थे।
रोहित ने श्रीलंकाई कप्तान थिसारा परेरा द्वारा बल्लेबाजी का आमंत्रण मिलने पर राहुल के साथ पारी की शुरुआत की और शुरू से ही आक्रामक रुख अख्तियार किया। दोनों ने पहले विकेट के लिए सिर्फ 12.4 ओवरों में 165 रनों की साझेदारी की। यह भारत के लिए पहले विकेट के लिए टी-20 में पहले विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है।
रोहित ने 12वें ओवर की दूसरी गेंद पर मैथ्यूज पर चौका मार अपना शतक पूरा किया। इसके लिए रोहित ने सिर्फ 35 गेंदें लीं और 11 चौके तथा आठ छक्के लगाए। यह टी-20 अतंर्राष्ट्रीय में संयुक्त रूप से लगाया गया सबसे तेज शतक है। इस मामले में रोहित ने दक्षिण अफ्रीका के डेविड मिलर की बराबरी की है। मिलर ने इसी साल 29 अक्टूबर को बांग्लादेश के खिलाफ 35 गेंदों में ही शतक जड़ा था।
वहीं टी-20 में किसी भी भारतीय द्वारा लगाया गया सबसे तेज शतक भी है। रोहित से पहले यह रिकार्ड राहुल के नाम था जिन्होंने पिछले साल 27 अगस्त को वेस्टइंडीज के खिलाफ 46 गेंदों में शतक जड़ा था।
रोहित हालांकि शतक पूरा करने के कुछ देर बाद ही दुशमंथा चामिरा की गेंद पर धनंजय डी सिल्वा को कैच देकर पवेलियन लौट लिए।
श्रीलंकाई गेंदबाजों की धुनाई इसके बाद भी नहीं रूकी। पहले मैच में अर्धशतक जमाने वाले राहुल ने अपनी उस फॉर्म को इस मैच में भी जारी रखा और लगातार दूसरा अर्धशतक जड़ा। वहीं महेंद्र सिंह धौनी ने भी तेजी से 28 रन बनाए।
राहुल अपने दूसरे टी-20 शतक से 11 रनों से चूक गए। उनकी 49 गेंदों की पारी का अंत नुवान प्रदीप ने किया। राहुल ने अपनी पारी में पांच चौके और आठ छक्के लगाए।
यह भारत का टी-20 में बनाया गया सर्वोच्च स्कोर भी है। इससे पहले उसने 27 अगस्त 2016 को वेस्टइंडीज के खिलाफ 244 रन बनाए थे। वहीं टी-20 अंतर्राष्ट्रीय में भारत ने दूसरे सर्वोच्च स्कोर की बराबरी कर ली है। टी-20 में दूसरा सर्वोच्च स्कोर भारत और श्रीलंका के नाम है।
श्रीलंका ने 14 सिंतबर 2007 को केन्या के खिलाफ 260 रन ही बनाए थे। इस मैच में भारत ने इस स्कोर की बराबरी की। टी-20 में सर्वोच्च स्कोर 263 अभी भी आस्ट्रेलिया के नाम है जो उसने श्रीलंका बनाया था। श्रीलंका की तरफ से नुवान प्रदीप और थिसारा परेरा ने दो-दो विकेट लिए। दुशमंथा चामिरा को एक विकेट मिला।