नागपुर। आठ महीने के बाद टेस्ट टीम में वापसी कर रहे मुरली विजय (128) और मध्यक्रम की रीढ़ की हड्डी बन चुके चेतेश्वर पुजारा (नाबाद 121) की शतकीय पारियों के दम पर भारत ने यहां विदर्भ क्रिकेट संघ स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन शनिवार को श्रीलंका पर पहली पारी के आधार पर 107 रनों की बढ़त ले ली। श्रीलंका की पहली पारी 205 रनों पर ही ढेर हो गई थी।
भारत ने दिन का खेल खत्म होने तक अपनी पहली पारी में 98 ओवरों में दो विकेट खोकर 312 रन बना लिए हैं। स्टम्प्स तक पुजारा के साथ कप्तान विराट कोहली 54 रन बनाकर टटे हुए हैं। दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए 96 रनों की साझेदारी हो चुकी है।
भारत ने तीसरे दिन विजय के रूप में एक मात्र विकेट खोया। मेजबान टीम ने अपना पहला विकेट लोकेश राहुल के रूप में दूसरे दिन के आखिरी सत्र में खो दिया था। लेकिन राहुल के जाने के बाद विजय और पुजारा की जोड़ी ने अपने परिचित अंदाज में बल्लेबाजी की और एक और दोहरी शतकीय साझेदारी को अंजाम दिया। पुजारा और विजय ने दूसरे विकेट के लिए 209 रनों की साझेदारी की।
पिछले छह टेस्ट मैचों में पुजारा और विजय के बीच हुई यह पांचवीं शतकीय साझेदारी है। यह इन दोनों के बीच लगातार चौथी शतकीय साझेदारी है।
भारत ने दिन की शुरुआत एक विकेट के नुकसान पर 11 रनों से आगे की। श्रीलंकाई गेंदबाज पूरी कोशिश में थे कि वह जल्दी से जल्दी इस जोड़ी को तोड़ दें। लेकिन न पुजारा कोई गलती कर रहे थे न विजय। विजय ने पहले सत्र में अपना अर्धशतक पूरा किया।
दूसरे सत्र में इस जोड़ी के लिए खेलना और आसान हो गया था। इस सत्र में पुजारा ने अपना अर्धशतक और विजय ने अपना शतक पूरा किया। विजय का यह टेस्ट करियर का 10वां शतक था। दूसरे सत्र में इस जोड़ी ने भारत को और मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। चायकाल की घोषणा होने तक विजय 106 रन बना कर खेल रहे थे जबिक पुजारा 71 रनों पर थे।
तीसरे सत्र में हालांकि श्रीलंका को सफलता मिली। बाएं हाथ के स्पिनर रंगना हेराथ की गेंद को स्वीप करने के प्रयास में विजय, दिलरूवान परेरा का आसान सा कैच दे बैठे। विजय ने अपनी पारी में 221 गेंदों का सामना किया और 11 चौके सहित एक छक्का लगाया।
विजय के जाने के बाद भारतीय कप्तान श्रीलंका की मुसिबत बन गए। उन्होंने पुजारा का बखूबी साथ दिया। उन्होंने विजय और पुजारा की अपेक्षा थोड़ी तेजी से रन बनाए। तीसरे सत्र में पुजारा ने अपने टेस्ट करियर का 14वां शतक पूरा किया और अभी तक श्रीलंकाई गेंदबाजों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बने हुए हैं। श्रीलंका के लिए लाहिरू गमागे और हेराथ ने एक-एक विकेट लिया।