वाशिंगटन। एक भारतीय-अमेरिकी चिकित्सक को मरीजों की जांच करवाने के लिए रेफर करने के एवज में उससे रिश्वत लेने तथा 10 लाख डॉलर की आय पर तीन वर्ष तक टैक्स नहीं भरने के मामले में नौ महीने जेल के साथ एक महीने तक घर में नजरबंद रखने की सजा सुनाई गई है।
न्यूयार्क फेडरल कोर्ट में जज क्लेयर सी. चेकी ने न्यूजर्सी के लिविंग्स्टन में रहने वाले 72 वर्षिय यश खन्ना को जेल और इसके बाद एक महीने तक घर में नजरबंद रखने की भी सजा सुनाई।
रिहाई के बाद उस पर तीन साल तक नजर रखने को भी कहा गया है। खन्ना ने विगत वर्ष स्वीकारा था कि 2008 में 3,81,000 डॉलर, 2009 में 4,00,000 डॉलर तथा 2010 में 2,14,000 डॉलर से अधिक की कमाई की थी।
न्याय विभाग का कहना था कि उसने टैक्स जानबूझ कर कर नहीं भरा या उन दिनों में कर देने का समय बढ़ाने की मांग की। अदालती दस्तावेजों के अनुसार खन्ना ने मेडिकेयर के लिए रेफर करने के लिए एमआरआई से रिश्वत ली और चार अक्तूबर 2011 और 10 नवंबर 2011 में उसने एमआरआई के प्रतिनिधि से मुलाकात की और उससे नकद राशि से भरा एक लिफाफा लिया।