वाशिंगटन। अमरीका में हो रहे नस्लीय हमले और दुर्व्यवहार के खिलाफ भारतीय मूल के लोगों ने यहां एक रैली निकाली। रैली में शामिल लोगों ने हमले को लेकर चिंता जताई और कहा कि वे यहां रहने आए हैं। यह जानकारी रविवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
उल्लेखनीय है कि रैली का आयोजन साउथ एशियन अमेरिकंस लीडिंग टूगेदर (साल्ट) ने किया था। रैली के बाद टाउन हॉल में हुई सभा में भारतीय मूल के लोगों ने कहा कि वे यहां अन्य देशें से आए लोगों की तरह अधिकार और सम्मान की मांग करते रहेंगे।
इस संगठन से जुड़ीं सुमन रघुनाथन ने कहा कि गोलियां चलाने वाला कोई शख्स या डोनाल्ड ट्रंप क्या कहते हैं यह मायने नहीं रखता है। यह हमारा देश है और हम यहां रहने आए हैं। हम यहां अपने अधिकारों की मांग करते रहेंगे। यह हमारे समुदाय के लिए एकजुट होने का वक्त है।
अब हम कार्रवाई के लिए तैयार हैं। इसके लिए हमें ‘एनफोर्समेंट’ से संपर्क करना होगा। हमें ताकतवर बनना होगा। रैली में शामिल सुमन भटनागर ने कहा कि नस्ल, रंग और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए। सभी के साथ एक जैसा व्यवहार होना चाहिए।
उधर, न्यूयॉर्क से सांसद ग्रेस मेंग ने कहा कि हमारे लिए अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। हालांकि यह सच है कि घृणा से जुड़ी हिंसा की घटनाओं में वृद्धि हुई है और इसमें नीतियों की अहम भूमिका होती है।
विदित हो कि अमरीका में नस्लीय हमले की घटनाओं में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। कुछ दिनों पहले एक भारतीय मूल के इंजीनियर की हत्या कर दी गई थी और एक अन्य भारतीय को घायल कर दिया गया था। अभी हाल में एक भारतीय मूल की सिख महिला के साथ नस्लीय दुर्व्यवहार किया गया और उन्हें लेबनान जाने को कहा गया।