नई दिल्ली। भारतीय सेना ने बुधवार को कहा कि उसने म्यांमार की सीमा पर मौजूद नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड-खापलांग (एनएससीएन-के) के उग्रवादियों खिलाफ अभियान चलाया और भारी मात्रा में विद्रोहियों को नुकसान पहुंचाया है। सैन्य अधिकारियों ने हालांकि स्पष्ट किया है कि यह कोई सर्जिकल स्ट्राइक नहीं थी।
भारतीय सेना के पूर्वी कमान ने अपने ट्वीट में कहा कि भारत-म्यांमार सीमा पर बुधवार तड़के लगभग 4.45 बजे हमले किए गए।
सैन्य अधिकारियों ने कहा कि भारी मात्रा में विद्रोही हताहत हुए हैं, जबकि भारतीय पक्ष से कोई हताहत नहीं हुआ है।
पूर्वी कमान ने ट्वीट किया कि एनएससीएन (के) सदस्यों को भारी मात्रा में जान-माल का नुकसान हुआ है। भारतीय सुरक्षा बल से कोई हताहत नहीं हुआ है।
इससे पहले जून 2015 में सेना ने एनएससीएन (के) के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की थी। यह स्ट्राइक मणिपुर में एनएससीएन (के) द्वारा 18 जवानों की हत्या करने के बाद की गई थी।