नई दिल्ली। रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय सेना का भारत-पाकिस्तान सीमा पर ‘वर्चस्व’ है, क्योंकि उनके पास रडार, सेंसर और निगरानी के अन्य उपकरण हैं।
लोकसभा में एक सवाल के जवाब में जेटली ने कहा कि सीमा को सुरक्षित करना एक सतत प्रक्रिया है और ऐसा कोई कार्य नहीं है जो पूरा न हो। जेटली ने प्रश्न काल के दौरान कहा कि भारतीय सेना सीमा पर हावी है।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा तथा जम्मू एवं कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एंटी फिल्ट्रेशन ऑब्सटैकल सिस्टम का निर्माण किया है, जिसके परिचालन नियंत्रण में रडार, सेंसर्स, थर्मल इमेजर्स के साथ बाड़ में ही निगरानी प्रणाली को लगाया गया है, ताकि आंतकवादियों की घुसपैठ को पकड़ा जा सके। एआईओएस को सेना की तैनाती और बहुस्तरीय इनफिल्टरेशन ग्रिड से और मजबूत किया गया है।
मंत्री ने कहा कि नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा दोनों सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा पर पिछले साल संघर्ष विराम उल्लंघन की 228 घटनाएं हुईं और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन के 221 मामले दर्ज किए गए, जिसका नियंत्रण सीमा सुरक्षा बल के हाथ में है।
मंत्री ने कहा कि इस साल घुसपैठ की घटनाएं बढ़ी हैं और एक अगस्त तक घुसपैठ की 285 घटनाएं हुई हैं। प्रश्न के लिखित जवाब में मंत्री ने कहा कि पाकिस्तानी सेना के संघर्ष विराम उल्लंघन और अन्य रणनीतिक घटनाओं का करारा जवाब भारतीय सेना देती है।