ईटानगर। म्यांमार स्थित उग्रवादी समूह नेशनल सोशलिस्ट कौंसिल ऑफ नागालैंड-खापलांग ने मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश के नियाउसा इलाके में सेना के शिविर पर हमला किया। सेना के प्रवक्ता चिरंजीत कंवर ने बताया कि लोंगडिंग बटालियन के ऑपरेटिंग बेस पर हुए इस हमले में कोई भी हताहत नहीं हुआ है।
वहीं एनएससीएन-के ने सोशल मीडिया के माध्यम से दावा किया है कि हमले में घटनास्थल पर 40 भारतीय सैनिक मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं।
कंवर ने बताया कि घटना मध्यरात्रि के बाद एक बजकर 15 मिनट पर हुई। उन लोगों ने लाथोडे ग्रेनेड समेत छोटे हथियारों से पांच-10 चक्र विफल गोलीबारी की। सतर्क दलों के मौके पर प्रभावी होने से उग्रवादी वहां से भाग गए।
कंवर ने बताया कि सेना को ग्रामीणों की सलामती को ध्यान में रखते हुए गोलीबारी पर नियंत्रण रखना पड़ा। उग्रवादियों की धर-पकड़ के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
वहीं एनएससीएन-के ने कहा कि हमले में 40 एमएम मोर्टार, विस्फोटक और स्वचालित हथियारों का इस्तेमाल किया गया और उग्रवादी संगठन ने कहा कि हमले के बाद वे लोग सुरक्षित जगहों पर पहुंच गए।
कंवर ने एनएससीएन-के के बयान को आधारहीन बताते हुए कहा कि इसका उद्देश्य केवल ‘सनसनी’ फैलाना है।
पिछले माह, भारतीय सेना ने कहा था कि नागालैंड सीमा से सटे म्यांमार के लेंगखु गांव में भारतीय सेना ने कार्रवाई कर कई एनएससीएन-के के उग्रवादियों को मार गिराया था।