Warning: Undefined variable $td_post_theme_settings in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/news/wp-content/themes/Newspaper/functions.php on line 54
indian army pays tribute to martyr Sandeep singh rawat
Home Breaking जम्मू-कश्मीर में शहीद हुआ उत्तराखंड का जांबाज संदीप

जम्मू-कश्मीर में शहीद हुआ उत्तराखंड का जांबाज संदीप

0
जम्मू-कश्मीर में शहीद हुआ उत्तराखंड का जांबाज संदीप
indian army pays tribute to martyr Sandeep singh rawat
indian army pays tribute to martyr Sandeep singh rawat
indian army pays tribute to martyr Sandeep singh rawat

देहरादून। देश की रक्षा करते-करते जम्मू कश्मीर में उत्तराखंड का एक और जांबाज शहीद हो गया। ठीक दीवाली के पहले जवान के शहादत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया है।

गढ़वाल रायफल के इस जवान की शहादत पर पूरे प्रदेश में शोक की लहर है। संदीप का पार्थिव शरीर शनिवार को देहरादून पहुंचेगा जहां हरिद्वार में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

गढ़वाल रायफल में तैनात पौड़ी गढ़वाल जिले के बीरोंखाल निवासी संदीप रावत को गुरूवार की रात जम्मू कश्मीर के तंगधार में हुए आतंकी हमले में गोली लगी थी जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे और बाद में उनकी मौत हो गई।

संदीप रावत का शव आज देहरादून पहुंचेगा। फौज से रिटायर संदीप रावत के पिता हरेन्द्र रावत ने टेलीफोन पर बताया कि 6-गढ़वाल रायफल में तैनात संदीप रावत दो साल पहले ही सेना में भर्ती हुए थे।

उन्होंने बताया कि संदीप की प्रारंभिक शिक्षा केन्द्रीय विद्यालय से हुई थी और इंटर उन्होंने ओपन स्कूल से किया था। जनवरी 2015 में वह सेना में भर्ती हुए थे।

उन्होंने बताया कि संदीप का चयन उत्तराखंड पुलिस में कांस्टेबल के तौर पर हो गया था लेकिन उन्होंने पुलिस की बजाय फौज की सेवा को प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा कि आज संदीप का पार्थिव शरीर देहरादून पहुंचेगा जहां हरिद्वार में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

उपनल के द्वारा दून अस्पताल में सुरक्षागार्ड के तौर पर सेवा दे रहे संदीप के पिता ने बताया कि संदीप बेहतरीन बाॅक्सर थे और उन्हें बचपन से बाॅक्सिंग का शौक था।

उन्होंने कई प्रतियोगिताओं में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। संदीप बाॅक्सर के तौर पर पूरे देश में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करना चाह रहे थे। उन्होंने बताया कि संदीप खेल कोटे से ही सेना में भर्ती हुए थे।

संदीप की शहादत से गमगीन मां आशादेवी ने बताया कि मंगलवार को ही संदीप ने फोन पर बात की थी और कहा था कि वह ठीक है। उन्होंने बताया कि संदीप नंवबर के पहले सप्ताह में घर आने वाले थे।

उन्होंने बताया कि वे लोग मूलतः पौड़ी गढ़वाल जिले के बीरोंखाल ब्लाॅक के घोड़पाला गांव के निवासी है और 2004 में देहरादून आ कर बस गए थे। संदीप के बड़े भाई दीपक रावत दुबई में एक होटल में काम करते हैं। वे भी आज देहरादून पहुंच जाएंगे।

https://www.sabguru.com/nation-salutes-martyr-soldier-sandeep-singh-rawat/

https://www.sabguru.com/martyr-mandeep-singh-17-sikh-regiment/