नई दिल्ली। फटाफट क्रिकेट आईपीएल का जोश अभी थमा भी नहीं था कि एंटरटेनमेंट और संगीत के दीवानों के लिए एक और लीग का लुत्फ उठाने का मौका आ गया है।
इस लीग का नाम है ‘इंडियन बैंड लीग’ (आईबीएल) अपनी तरह की इस अनोखी लीग में ऑनलाइन कॉन्सर्ट के जरिए देशभर के प्रतिभाशाली व नवोदित म्यूजिक बैंड हिस्सा ले रहे हैं।
31 मई से 6 जून तक चलने वाली इस 7 दिवसीय लीग में इन प्रतिभाओं का नई तरह का ओरिजनल म्यूजिक श्रोताओं/दर्शकों को आनंद की ऊंचाइयों तक ले जाएगा। इस मेगा लीग का आयोजन म्यूजिकल ड्रीम कंपनी कर रही है।
देश के युवा कलाकारों के हुनर को निखारने और अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाने के नए अवसर व मंच प्रदान करने के उद्देश्य से सक्रिय म्यूजिकल ड्रीम द्वारा आयोजित की जाने वाली आईबीएल अपनी तरह की अनोखी प्रतियोगिता है, जिसकी शुरुआत म्यूजिक की दुनिया के उभरती प्रतिभा को मंच देने के लिए की गई है। इस लीग में देशभर के 100 से अधिक बैंड्स से बेहतरीन 10 बैंड्स को चुना गया है।
खास बात यह कि ये बैंड्स लोकप्रिय बॉलीवुड गीतों को नहीं, बल्कि अपनी ही शैली में बनाए गीतों को प्रस्तुत करेंगे। इस लीग में शामिल बैंड्स की अपनी शैली और विविधताएं हैं, जिनमें सूफी, रॉक, फ्यूजन, हिंदी, नेपाली आदि प्रमुख हैं।
इस इंडियन बैंड लीग में 2 तरह के विजेता होंगे। पहले विजेता को दर्शक चुनेंगे, जिनके वीडियो को सबसे ज्यादा देखा जाएगा और दूसरे विजेता का चुनाव उनके संगीत के आकलन के अनुसार शो के जज करेंगे।
सभी बैंड्स की वीडियो को 31 मई शाम 6 बजे म्यूजिकल ड्रीम्स के यूट्यूब चैनल पर डाला जाएगा और यह प्रतियोगिता 6 जून को शाम 6 बजे तक चलेगी। इस दौरान जिस वीडियो को सबसे ज्यादा देखा जाएगा उसे विजेता घोषित किया जाएगा।
इसके अलावा ज्यूरी चॉइस अवार्ड में एक विजेता को चुना जाएगा, जिसको हरीश मोयाल (इंडियन आइडल 1 फाइनलिस्ट, बिग स्टार आईएमए अवार्ड के विजेता), गुरदीप मेहंदी (गायक, संगीत निर्देशक, एक्टर और दलेर मेहंदी के बेटे) और प्रियंका नेगी (इंडियन आइडल 4 की फाइनलिस्ट, एशियन वेव अवार्ड की विजेता, कैफ अवार्ड 2016 की विजेता) सम्मानित करेंगे।
म्यूजिकल ड्रीम की संस्थापक और इंडियन बैंड लीग की आयोजक मीता नागपाल कहती हैं कि युवा प्रतिभाओं को निखारने और अलग तरह के प्रयोगों के माध्यम से उनके हुनर को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने पर हमें गर्व है। इंटरनेट इन सबके संगीत को कम से कम समय में सर्वाधिक लोगों तक पहुंचाने का सबसे अच्छा तरीका है और हमने इसे बहुत अच्छे तरीके से उपयोग किया है।
उन्होंने कहा कि यह एक प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि इस मुहिम के माध्यम से हम एक प्रतिभा को उनके कद्रदानों तक पहुंचा रहे हैं। इंडियन बैंड लीग के माध्यम से हम नवोदित कलाकारों को नई शैली के संगीत एवं तकनीक द्वारा नए अंदाज का म्यूजिक सुनने वाले श्रोताओं तक पहुंचा रहे हैं।