नई दिल्ली। अफगानिस्तान स्थित मजार-ए-शरीफ स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास में हुए हमले को विदेश मंत्रालय ने एक आतंकी हमला करार दिया है साथ ही हमले में मारे गए अफगान सुरक्षा बल के जवानों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की है।
गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने कहा कि मजार-ए-शरीफ स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हुआ हमला एक सुनियोजित आतंकी हमला था।
हमले के बाद गत छह जनवरी को अफगान अधिकारियों से मिली रिपोर्ट के आधार पर इसकी पुष्टि होती है, क्योंकि सशस्त्र आतंकवादियों ने भारी मात्रा में गोला बारूद के साथ यह हमला किया था।
उन्होंने कहा कि वाणिज्य दूतावास की सुरक्षा में लगे भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और मौके पर पहुंचे अफगान राष्ट्रीय रक्षा और सुरक्षा बल के जवानों ने आतंकियों के हमले को बेअसर करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाई।
हालांकि इस दौरान अफगान सुरक्षा बल का एक जवान भी शहीद हो गया। मारे गए अफगान सैनिक के अदम्य साहस की तारीफ करते हुए उन्होंने घोर संवेदना भी व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि हमले के बाद अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से फोन पर बातचीत की। बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी भारतीय भारतीय वाणिज्य दूतावास और अपने कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए के लिए अफगान राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया।