नई दिल्ली। स्मार्टफोन की 43 फीसदी हिस्सेदारी के साथ भारतीय हैंडसेट बाजार में साल 2016 में कुल 35 करोड़ मोबाइल फोन की बिक्री हुई।
एसोचैम-केपीएमजी के अध्ययन के मुताबिक साल 2015 में मोबाइल फोन बाजार का राजस्व 1,11,000 करोड़ रुपए था, जो साल 2016 में बढ़कर 1,35,000 करोड़ रुपए हो गया।
विकास में वृद्धि और कारोबार में आसानी शीर्षक अध्ययन में कहा गया कि दूरसंचार सेवाओं की बढ़ी हुई कनेक्टिविटी के साथ मिलकर हैंडसेट बाजार की मजबूत वृद्धि खुदरा, विनिर्माण, आईटी, ई-कॉमर्स जैसे विभिन्न उद्योगों के विकास में महत्वपूर्ण रही है।
इस अध्ययन में कहा गया है कि भारतीय हैंडसेट निर्यात 2008 से 2012 तक बढ़कर 12,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, लेकिन बाद के दो वर्षों में लगभग 30 फीसदी की गिरावट आई थी।
इसमें कहा गया कि हैंडसेट विनिर्माण उद्योग में गिरावट सरकार के लिए चिंता का प्रमुख विषय है। अध्ययन ने बताया गया कि उद्योग को पुनर्जीवित करने के लिए देश में हैंडसेट विनिर्माण को बढ़ावा देने की जरूरत है।
इसमें कहा गया है कि 2014 में स्थापित किए गए एफटीटीएफ (फास्ट ट्रैक टास्क फोर्स) में भारत में साल 2020 तक 50 करोड़ हैंडसेट के निर्माण और 12 करोड़ हैंडसेट के निर्यात का लक्ष्य रखा गया है।