उदयपुर। देश के 70 प्रतिशत हैरिटेज होटल और हवेली राजस्थान में हैं। फिर भी कई राज्य पर्यटन के क्षेत्र में राजस्थान से आगे हैं। ये बात रविवार को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन (आईएचएचए) के पांचवें वार्षिक सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि कही।
उन्होंने कहा कि हैरिटेज और पर्यटन को बढ़ावा बढ़ावा देने के लिए सरकार रीवर्क कर रही है। किस जिले में क्या काम करना है इस पर काम किया जा रहा है।
कार्यक्रम में उन्होंने बीकानेर हाऊस की भी सराहना की। मुख्यमंत्री वसुंधरा दोहपर करीब 12 बजे हेलीकॉप्टर से उदयपुर से पहुंची थी।
कार्यक्रम में देशभर से आए होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों ने मुख्यमंत्री से प्रदेश में भी ट्यूरिज्म के प्रति अच्छा माहौल बनाने को कहा। इस पर सीएम ने उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भरकस प्रयास कर रही है।
उन्होंने प्रदेश सहित देशभर के पर्यटन स्थलों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि सरकार होटल और हवेलियों का सरंक्षण भी कर रही है।
एचआरए समूह के प्रमुख उदयपुर के अरङ्क्षवद ङ्क्षसह मेवाड़ ने आईएचएचए की मैग्जिन का विमोचन किया। आईएचएचए के अध्यक्ष जोधपुर के गजसिंह ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि पर्यटन उद्योग देश में सर्वाधिक विदेशी मुद्रा अॢर्जित करने वाला दूसरा क्षेत्र है और इस क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने उचित कौशल एवं प्रशिक्षण प्रदान कर स्किल गैप को कम करने का आग्रह भी किया।
महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री जयकुमार जितेंद्र रावत ने कहा कि महाराष्ट्र में समुद्र तट पर 450 महल एवं किले हैं, जिनका अभी उपयोग नहीं किया जा रहा है। महाराष्ट्र पर्यटन विभाग ने इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन (आईएचएचए) के साथ हाथ मिलाने की पेशकश की है।
संभावना जताई जा रही है कि इससे हेरिटेज टूरिज्म को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने कहा कि मैं आईएचएचए से इन्हें पुनस्र्थापित करने के लिए सहयोग देने का आग्रह करता हूं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में नई पर्यटन नीति लागू की जा चुकी है जिसमें इस प्रकार के पुनस्र्थापन के लिए कई प्रोत्साहन पैकेज शामिल हैं।
पंजाब के राज्यपाल बदनोर ने सरकार एवं निजी कंपनियों के प्रतिनिधियों को साथ मिलकर समन्वित रूप से कार्य करने पर जोर दिया। उन्होंने सरिस्का टाइगर रिजर्व में बाघों को स्थानान्तरित करने के लिए गठित की गई समिति का उदाहरण दिया।