नई दिल्ली। मुंबई के 26/11आतंकी हमले का शनिवार को एक नया खुलासा हुआ है। जिस दौरान इस हमले को अंजाम दिया गया उस समय गृह मंत्रालय के कुछ अधिकारी पाकिस्तान के मेहमान थे।
जानकारी के अनुसार 26/11आतंकी हमले से ठीक पहले भारत-पाकिस्तान के बीच गृह सचिव स्तर की वार्ता हुई थी। वार्ता में शामिल गृह सचिव और कई अफसर भारत लौट रहे थे तभी पाकिस्तान के तरफ से किए गए आग्रह पर वहां एक दिन और रुक गए थे।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक एक तरफ जहां मुंबई में आतंकवादी लोगों की जान ले रहे थे उसी वक्त भारत के तत्कालीन गृह सचिव मधुकर गुप्ता और कुछ वरिष्ठ अधिकारी पाकिस्तान के खूबसूरत हिल स्टेशन मुरी में रुके हुए थे।
पाकिस्तान ने भारत के गृह सचिव और अफसरों को इस बात का हवाला दिया था कि वह 27 नवंबर से पहले गृह मंत्री से बात नहीं कर सकते, क्योंकि वह यात्रा पर हैं। वहीं आश्चर्य की बात यह है कि जब 27 नवंबर को भी मुंबई में हमला जारी रहा तब भी भारत के अफसर वहां रुकने के लिए तैयार हो गए।
तत्कालीन गृह सचिव मधुकर गुप्ता का कहना है की जैसे ही उन्हें हमले के बारे में पता चला वैसे ही उन्होंने गृह मंत्रालय में विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा) एम.एल. कुमावत से बात की थी। उन्होंने कहा की उन्हें वह हमले के शुरुआती प्रतिक्रियाएं दे रहे थे। वहीं, फिर पाकिस्तान से गुप्ता 27 नवंबर की दोपहर दिल्ली पहुंच गए थे।