ब्रिसबेन। ब्रिसबेन में भारतीय मूल के बस ड्राइवर मनमीत अलीशेर को जिंदा जला दिया गया। इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।
आरंभिक जांच-पड़ताल के बाद पुलिस ने कहा है कि यह रंगभेद से जुड़ा मामला नहीं लगता। अलीशेर की मौत के शोक में शनिवार को ब्रिसबेन में झंडे आधे झुके रहेंगे।
ऑस्ट्रेलिया के समाचारपत्र ब्रिसबेन टाइम्स के मुताबिक मनमीत अलीशेर 29 साल के थे और ब्रिसबेन सिटी काउंसिल की बस चलाते थे।
क्वींसलैंड के पुलिस अधीक्षक जिम कियो ने बताया कि एक यात्री ने मनमीत पर कोई ज्वलनशील द्रव उड़ेला और फिर आग लगा दी जिससे मनमीत की मौत हो गई।
उन्होंने कहा, मैंने कई तरह के अपराध देखे हैं, लेकिन यह अपने-आप में बड़ी अजीब सी बात है कि बिना कोई प्रत्यक्ष वजह के किसी व्यक्ति ने इस तरह मनमीत को जला डाला।
एक ड्राइवर जो ईमानदारी से अपना काम करता हो और इस तरह परिवार और समुदाय के काम आता हो, उसे जिंजा जला दिया गया। बड़े शर्म की बात है।
ब्रिस्बेन के लॉर्ड मेयर ग्राहम क्विर्क ने कहा कि यह ऑस्ट्रेलिया और यहां के भारतीय समुदाय के लिए बड़े दुख की घड़ी है।
घटना के वक्त बस में छह यात्री थे। बस ब्यूडेजर्ट रोड पर मेरवेल शॉपिंग सेंटर पर खड़े तीन यात्रियों को लेने के लिए रुकी ही थी कि यह घटना हो गई।
मनमीत अलीशेर उर्फ मनमीत शर्मा के दोस्तों ने बताया कि वह एक सीधे-सादे इंसान थे और भारतीय समुदाय में एक अच्छे गायक और डांसर के तौर पर मशहूर थे। उनकी सगाई हो चुकी थी और जल्द ही शादी होने वाली थी।
पुलिस आयुक्त इयान स्टीवर्ट ने बताया कि पुलिस के साथ-साथ जिले की खुफिया इकाई ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना के सिलसिले में 48 साल के एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने कहा है कि आरंभिक जांच-पड़ताल में ऐसी कोई बात नहीं निकली है जिससे इसे रंगभेद से जुड़ा मामला माना जा सके।