लंदन। भारतीय मूल के डॉक्टर शिव पाण्डेय को यहां प्रैक्टिस करने और चिकित्सा शिक्षक के तौर पर समुदाय में व्यापक योगदान देने के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल लंकाशाइर ने मानद फेलोशिप प्रदान की है।
विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर माइकल थॉमस ने ताजा जानकारी देते हुए कहा कि न सिर्फ अपने पेशे में बल्कि हमारे व्यापक समुदाय में, इतने ज्यादा क्षेत्रों में इतनी उपलब्धि शायद ही किसी डॉक्टर ने हासिल की है।
उन्होंने कहा कि एक समर्पित मेडिकल प्रैक्टिशनर, अथक चैरिटी प्रचार, संपूर्ण प्रसारक, प्रख्यात शिक्षाविद के तौर पर शिव पाण्डेय एमबीई बहुसंस्कृति वाले ब्रिटेन के किसी भी नागरिक के लिए उत्कृष्ट रोल मॉडल पेश करते हैं।
श्री पांडे ने कहा कि इतने वर्षों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा में जनरल प्रैक्टिशनर, जस्टिस ऑफ पीस, प्रसारक, चैरिटी कार्यकर्ता की भूमिका निभा कर बहुत आनंदित हुआ हूं । वह इंडियन जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के सदस्य भी हैं।
भारत में जन्मे और पढ़े—लिखे पांण्डेय ने अपनी एमबीबीएस तथा एमएस की डिग्री यहीं हासिल की। वह 1971 में ब्रिटेन चले गए जहां उन्होंने 1974 से लंदन चेस्ट हॉस्पिटल, ब्रॉड ग्रीन हॉस्पिटल और लिवरपूल स्थित फैजोकरली हॉस्पिटल में काम किया।
1975 में उन्होंने साधारण प्रैक्टिस शुरू की और 30 साल के बाद वर्ष 2005 में सेवानिवृत्त हुए।