लंदन। ब्रिटेन की विदेश मंत्री प्रीति पटेल ने 10 डाउनिंग स्ट्रीट में प्रधानमंत्री थेरेसा मे के साथ बैठक के बाद बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। थेरेसा ने प्रीति की इजराइल के अधिकारियों के साथ गोपनीय बैठकों की खबरों के बाद पटेल को अपना अफ्रीका दौरा बीच में ही छोड़कर लंदन लौटने को कहा।
थेरेसा के मंत्रिमंडल से रक्षा मंत्री माइकल फैलन के इस्तीफे के बाद यह यह उनके लिए दूसरा बड़ा झटका है। इससे पहले फैलन ने कथित गलत आचरण की वजह से इस्तीफा दे दिया था।
थेरेसा मंत्रिमंडल के वरिष्ठ मंत्री डेमियन ग्रीन पर भी गलत व्यवहार के आरोप लगे हैं, जिनकी जांच हो रही है। डेमियन ने हालांकि इन आरोपों का खंडन किया है।
ब्रिटेन की मुख्य विपक्षी पार्टी लेबर पार्टी ने विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने के लिए थेरेसा पर जोर दिया था। जॉनसन पर ब्रिटिश मूल के ईरानी नागरिक के कथित ईरान में जासूसी करने के मामले में लापरवाही बरतने का आरोप है।
लंदन में राजनीकि विश्लेषकों का कहना है कि थेरसा अल्पमत की सरकार का नेतृत्व कर रही हैं और यूरोपीय संघ के साथ ब्रिटेन के भावी संबंधों को लेकर उनकी पार्टी में भी मतभेद हैं।
प्रीति को कंजर्वेटिव पार्टी की उभरती सितारा के रूप में देखा जाता है, लेकिन उन पर ईरान के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू सहित इजराइली सरकार के अधिकारियों के साथ गोपनीय मुलाकात के आरोप लगे हैं।
प्रीति ने युगांडा के तीन दिवसीय दौरे पर रवाना होने से पहले विदेशी अधिकारियों के साथ बैठकें कर प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के लिए थेरेसा से माफी मांगी थी।
बीते 24 घंटों के दौरान प्रीति की ईरान के अधिकारियों के साथ गोपनीय बैठकों के बारे में और जानकारियां सामने आई हैं और उनके भाग्य का फैसला सील कर दिया गया है।
गौरतलब है कि प्रीति पटेल ने गोलान हाइट्स में इजराइली सैन्य क्षेत्र के अस्पताल का दौरा किया था। हालांकि, ब्रिटेन ने गोलान हाइट्स पर इजराइल के नियंत्रण को कभी भी मान्यता नहीं दी। इजराइल ने 1967 के युद्ध के दौरान सीरिया के इस क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था।