जिनेवा। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक यौन शोााण के मामले में भारतीय शांति सैनिकों को क्लीन चिट दी गई है।
बीते साल 69 देशों में संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों के खिलाफ यौन शोषण के 99 आरोप मिले हैं। इनमें कोई भारतीय शांति सैनिक शामिल नहीं है।
संयुक्त राष्ट्र ने इससे निपटने के लिए सख्त कार्रवाई का प्रण किया है। संरा की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 2015 में बड़ी संख्या में कांगो, मोरक्को, दक्षिण अफ्रिका, वैसमरून, रवांडा और तंजानिया के शांति सैनिक यौन शोषण के आरोपी हैं। भारत के 7,798 शांति सैनिकों में से किसी के खिलाफ यौन उत्पीडऩ के आरोप नहीं हैं।
इस संबंध में सयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र संघ ऐसे सभी गलत कार्यों को अधिक प्रभावी तरीके से रोकने के लिए कृतसंकल्प हैं।
उल्लेखनीय है कि दुनियाभर में 10 देशों में संरा अभियान में भारतीय शांति सैनिक तैनात हैं। संरा फील्ड सपोर्ट के अवर सचिव अतुल खरे ने कहा कि यौन शोषण के इन मामलों को देखकर वह खुद को शांति सैनिक कहने में शर्म महसूस कर रहे हैं। उन्होंने रिपोर्ट में शांति सैनिक द्वारा दुष्कर्म के बाद 13 साल की लडक़ी के गर्भवती होने के तथ्य का हवाला देते हुए यह बात कही।
भारत ने शांति सैनिकों द्वारा यौन शोषण के मामलों की कड़ी निंदा की है। इस मामले में भारत की जीरो टॉलरेंस की नीति है। इस बीच मध्य अफ्रिकी गणराज्य में शांति सैनिकों के खिलाफ यौन उत्पीडऩ के नए आरोप सामने आए हैं।
बमबारी शहर में सात के इसके शिकार होने की सूचना है। इस साल के पहले दो महीने में यौन उत्पीडऩ के 25 मामलों की रिपोर्ट मिली है। जिसके बाद से अमरीका ने घोषणा की है कि वह संरा सुरक्षा परिषद में आरोपी शांति सैनिकों को स्वदेश भेजने के लिए दबाव बना रहा है।