जाफना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीलंका के दौरे के दौरान शनिवार को जाफना में अलग ही अंदाज में दिखे। उन्होंने जहां श्रीलंकाई तमिलों के घावों पर मरहम लगाते हुए भारत की मदद से बने सताईस हजार मकान विस्थापित श्रीलंकाई तमिलों को सौंपे वहीं उन्होंने इस मौके पर चूल्हे पर दूध उबालने की एक खास परंपरा भी निभाई। श्रीलंका के इस हिस्से में गृह प्रवेश से पहले दूध उबालने की अनूठी परंपरा है।
मोदी ने इस मौके पर कहा कि यह महज ईंट-गारे से बने हुए मकान नहीं हैं, बल्कि यह जाफना के लोगों के जीवन में खुशियां लाने का गंभीर और विनम्र प्रयास है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के दूसरे चरण में भारत के सहयोग से और पैतालीस हजार मकान बनाए जाएंगे। मोदी करीब तीन दशक तक चले गृहयुद्ध में बुरी तरह झुलसे जाफना की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री भी बन गए हैं।