नई दिल्ली/इस्लामाबाद। भारत की एक महिला ने एक पाकिस्तानी नागरिक से निकाह रचाने के मात्र दो दिन बाद इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में शरण मांगी है।
जानकार सूत्रों ने नई दिल्ली में रविवार को कहा कि महिला ने पांच मई को उच्चायोग से मदद मांगी और उसे आवश्यक मदद मुहैया कराई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार भारतीय उच्चायोग इस संबंध में पाकिस्तानी विदेश विभाग और भारत में महिला के परिवार के संपर्क में है।
हालांकि पाकिस्तानी मीडिया में आई रपटों के अनुसार महिला ने जिस व्यक्ति से निकाह रचाया है, उसने पुलिस से कहा है कि भारतीय उच्चायोग जाने के बाद उसकी पत्नी वहां से लापता हो गई।
उज्मा नामक महिला ने तीन मई को पाकिस्तानी नागरिक ताहिर अली से निकाह रचाया था, जिससे उसकी मुलाकात कोई आठ महीने पूर्व मलेशिया में हुई थी।
डॉन में इस्लामाबाद सचिवालय पुलिस थाने में मदद के लिए दायर आवेदन के हवाले से प्रकाशित रपट के अनुसार दोनों की मलेशिया में मुलाकात हुई और दोनों में प्यार हो गया।
इसके बाद उज्मा एक मई को वाघा-अटारी सीमा से पाकिस्तान पहुंची और दोनों ने तीन मई को निकाह कर लिया।
ताहिर अली ने पुलिस से कहा कि वह अपनी पत्नी उज्मा के साथ भारतीय वीजा के लिए आवेदन करने उच्चायोग गया था।
डॉन के अनुसार उज्मा ने इसके पहले नई दिल्ली स्थित अपने भाई को फोन किया था और अपनी शादी के बारे में बताया था।
उसके भाई ने कथित तौर पर उसे हनीमून के लिए भारत आने को कहा और उसे बताया कि भारतीय उच्चायोग में वह अदनान नामक एक व्यक्ति से मिले, जो यात्रा के लिए वीजा का बंदोबस्त करा देंगे।
रपट के मुताबिक अधिकारियों द्वारा बुलाए जाने के बाद उज्मा इमारत के अंदर गई, जबकि उसका पति बाहर ही रह गया।
जब अली की पत्नी कई घंटों बाद भी वापस नहीं लौटी तो उसने भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों से पूछा, जिन्होंने कहा कि उज्मा वहां नहीं है।
अली ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने उनके तीन मोबाइल फोन भी वापस देने से मना कर दिया। पाकिस्तानी मीडिया ने कहा कि यह मामला इस्लामाबाद द्वारा कूटनीतिक स्तर पर उठाया गया है।
डॉन ने पाकिस्तानी विदेश कार्यालय के हवाले से कहा कि वह भारतीय मिशन के संपर्क में है और इस मुद्दे को जल्द सुलझा लिया जाएगा।