बेंगलुरू। एशिया प्रशांत क्षेत्र में भारत में सबसे ज्यादा ओटीटी (ओवर-द-टॉप) वीडियो सामग्री की खपत होती है और उसके बाद थाईलैंड और फिलिपींस का नंबर है। सामग्री डिलीवरी नेटवर्क सेवा प्रदाता अकमाई टेक्नोलॉजीज ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अकमाई टेक्नॉलजीज द्वारा रिसर्च फर्म केडेंस इंटरनेशनलल के माध्यम से किए गए सर्वेक्षण में यह बताया गया है कि भारत में, दर्शक सप्ताह में 12.3 घंटे वीडियो सामग्री देखते हैं, जबकि जापान में सबसे कम 6.2 घंटे वीडियो सामग्री प्रति सप्ताह ऑनलाइन देखी जाती है।
स्मार्टफोन पर ऑनलाइन वीडियो देखने में भारतीय (44 फीसदी) और थाई (45 फीसदी) लोगों में एक जैसा प्रचलन देखा गया, जबाकि जापानी लोगों ने 50 फीसदी वीडियो सामग्री गैर-मोबाइल डिवाइसों पर ओटीटी सेवाओं के माध्यम से देखी।
इस सर्वेक्षण ने श्रेष्ठ गुणवत्ता वाले वीडियो के महत्व को रेखांकित किया है। 70 फीसदी भारतीय का कहना है कि वीडियो और ऑडियो की गुणवत्ता उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण है, जिसके बाद 56 फीसदी लोगों ने कहा कि तेजी से शुरू होना भी उनके लिए महत्वपूर्ण है।
अकमाई टेक्नोलॉजीज के मुख्य मीडिया रणनीतिकार और मीडिया उत्पाद विपणन एपीजे के प्रमुख विंसेंट लाओ ने एक बयान में कहा कि सभी क्षेत्रों के ओटीटी सेवा प्रदाताओं के लिए यह जरूरी है कि वे यूजर्स की प्राथमिकता को समझें, क्योंकि दर्शक के किसी भी डिवाइस पर, कहीं भी, कभी भी वीडियो देखने की संस्कृति में तेजी से बदलाव हो रहा है।
इस अध्ययन में यह भी पाया गया कि स्थानीय ओटीटी कंपनियों की मांग बढ़ी है, जिसमें भारत में हॉटस्टार, इंडोनेशिया में हूक और जापान में निकोनिको व अन्य शामिल हैं।