नई दिल्ली। साल का पहला सूर्यग्रहण रविवार 26 फरवरी 2017 को देखा गया। सूर्यग्रहण शाम 5:40 बजे शुरू होकर रात के 10:01 मिनट तक रहा।
हालांकि इसका असर भारत में आंशिक रुप में दिखा जबकि दक्षिण अमरीका, दक्षिण अफ्रीका, प्रशांत, अटलांटिक, और हिंद महासागर में इसे पूर्ण रूप में देखा गया।
वहीं भारत में साल का दूसरा आंशिक चन्द्र ग्रहण 7 अगस्त को होगा, जबकि दूसरे सूर्य ग्रहण का खगोलीय योग 21 अगस्त 2017 का बन रहा है। 26 फरवरी को होने वाला सूर्य ग्रहण आंशिक है, इसलिए ये ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा।
वैज्ञानिकों के अनुसार किसी खगोलीय पिण्ड का पूर्ण अथवा आंशिक रुप से किसी अन्य पिण्ड से ढंक जाना ग्रहण कहलाता है। सूर्य ग्रहण तब कहा जाता है, जब पृथ्वी और सूर्य के बीच में चन्दमा आ जाता है।
इसकी वजह से पृथ्वी के कुछ हिस्सों पर से सूर्य नजर नहीं आता। जब सूर्य पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से चन्द्र द्वारा ढंक जाता है तो उसे सूर्य ग्रहण अथवा आंशिक सूर्य ग्रहण कहा जाता है। सूर्य ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं। पूर्ण सूर्यग्रहण,आंशिक सूर्यग्रहण और वलय सूर्यग्रहण।