नई दिल्ली। देश की सबसे ऊंची इमारत, दिल्ली के कड़कड़डूमा में बनाने की योजना है| नए साल से इसकी शुरूआत हो जाएगी। हालांकि योजना काफी समय से प्रस्तावित थी लेकिन आर्थिक कारणों के चलते देर हो रही थी।
दरअसल दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने मार्च 2015 में ईस्ट इंडिया हब का एलान किया था। जिसके अंतर्गत 100 मंजिला टावर बनाए जाने की बात कही गर्इ थी। लेकिन अब इसे 65 मंजिल का बनाया जाएगा।
पूर्वी दिल्ली हब के निर्माण का काम 2017 में शुरू होने की उम्मीद है। परियोजना की पहली रिपोर्ट जनवरी में आएगी। इसके बाद काम आगे शुरू होगा। इस इमारत के बनने के बाद यह देश की सबसे ऊंची इमारतों में नंबर वन पर गिनी जाएगी।
परियोजना से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक इमारत की ऊंचाई 100 मंजिल (करीब 300 मीटर) प्रस्तावित थी। मगर हिंडन व आईजीआई एयरपोर्ट ने इतनी ऊंची इमारत को एनओसी नहीं दी है।
वहीं, 100 मंजिला इमारत बनाने वाली विशेषज्ञ कंपनी भी नहीं है। इसके चलते टावर 65 मंजिल होने की उम्मीद है। दिल्ली में अभी सबसे ऊंची इमारत सिविक सेंटर है। इसकी कुल ऊंचाई 112 मीटर है। यह 28 मंजिला है।
देश की सबसे ऊंची इमारत अभी मुंबई में है। इसका नाम इम्पीरियल टॉवर है। यह 60 मंजिल की है। अगर कड़कड़डूमा में प्रस्तावित ईस्ट दिल्ली हब की ऊंचाई 254 मीटर से ज्यादा रही तो देश की सबसे ऊंचाई इमारत होगी।
अभी देश में सिर्फ 91 इमारतें ही ऐसी हैं जिनकी ऊंचाई 125 मीटर से ज्यादा है। इनमें से 76 मुंबई में हैं। इस परियोजना में 4,800 घर होंगे और 80,000 वर्ग मीटर का भाग रिटेल के लिए होगा। इसके अलावा, 5 एकड़ का एक पार्क भी होगा।
कमजोर आय वर्ग के लोगों के लिए भी घर होंगे जो बेहद कम कीमत में मिलेंगे, जबकि बाकी घर सेमी लग्जरी, मिडिल क्लास और लग्जरी हाउस होंगे। हब में एक टावर सबसे ऊंचा होगा। बाकी टॉवर 20 मंजिल के होंगे।