जैसलमेर। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथसिंह ने कहा कि इंडो-पाक सीमा दिसंबर 2018 तक सील हो जाएगी। समय सीमा में एक्शन प्लान बनाकर काम पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बॉर्डर सुरक्षा ग्रिड को भी अंतिम रूप दिया जाएगा।
केन्द्रीय गृहमंत्री शुक्रवार को जैसलमेर में सीमा सुरक्षा को लेकर हुई चार राज्यों की उच्चस्तरीय बैठक के बाद मीडिया से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सीमाओं को सील करने के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाएगा।
गृहमंत्री ने स्वीकार किया है कि पिछले दिनों हुई घटनाओं के बाद भारत- पाक के रिश्तों में तनाव आया है। उन्होंने बॉर्डर सुरक्षा ग्रीड की स्थापना करने का ऐलान भी किया।
एक फिर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा पर किसी भी कीमत पर आंच नहीं आने देंगे। बैठक में राजस्थान, पंजाब, गुजरात और जम्मू- कश्मीर कश्मीर की सीमाओं की सुरक्षा को लेकर चर्चा हुई।
बैठक में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, राज्य के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया, पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल, गुजरात के गृह मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा, जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव और गृह सचिव शामिल हुए। इसके अलावा बीएसएफ के हर फ्रंटियर से जुड़े अधिकारी और बॉर्डर इंटेलिजेंस से जुड़े अधिकारी भी मौजूद रहे।
राजनाथसिंह का स्वागत
इससे पूर्व जैसलमेर पहुंचने पर केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथसिंह का राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व गृह राज्यमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने उनका अभिनन्दन किया। उल्लेखनीय है कि राजनाथ सिंह शुक्रवार सुबह जैसलमेर पहुंचे थे। वे यहां सीमा का जायजा लेंगे। वे रात्रि विश्राम भी जैसलमेर में ही करेंगे। शनिवार सुबह बाड़मेर के मुनाबाव जाएंगे।
पुलिस की अपील संदिग्ध कॉल रिसीव नहीं करें
राजस्थान में भारत- पाक सीमा से लगे गांवों में पाकिस्तान संदिग्ध कॉल की संख्या बढ़ गई है। ऐसे में पुलिस ने आम जनता से पाकिस्तान से की जा रही है फर्जी और संदिग्ध कॉल रिसीव नहीं करने की अपील की है।
बाड़मेर जिला पुलिस अधिक्षक बाड़मेर पुलिस अधीक्षक डॉ. गगनदीप सिंगला ने कहा कि कहा कि संदिग्ध नंबर पर कोई जानकारी साझा नहीं करे। पाक से फर्जी अधिकारी बन सेना के मूवमेंट के बारे में जानकारी मांगी जा रही है। इसलिए जनता सावधान रहे।
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