जकार्ता। इंडोनेशिया ने आशंका जताई है कि सुराबाया से सिंगापुर के लिए उड़ान भरने के बाद लापता एयर एशिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त होकर गिरने के बाद समुद्र की तलहटी में समा गया है।
इंडोनेशिया की खोज एवं बचाव एजेंसी के प्रमुख सोलिस्टो ने विमान के समुद्र में गिर जाने की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि विमान समुद्र में गिर गया है। यह भी हो सकता है कि गिरने के बाद विमान का मलबा समुद्र के तल पर हो। एयर एशिया का विमान एयरबस ए 320-200 के चालक ने खराब मौसम से बचने के लिए मार्ग परिवर्तित करने की अनुमति मांगी थी लेकिन इसके पांच निमट के अंदर ही विमान का संपर्क कंट्रोल टावर से टूट गया और विमान जावा समुद्र के ऊपर ही लापता हो गया।
विमान की तलाशी काम सुबह छह बजे शुरू कर दिया गया है। इंडोनेशिया की वायु सेना के प्रवक्ता हादी थाथजोन्तो ने कहा कि दो हरक्यूलिस विमान उत्तर पूर्व ब ंका द्वीप में विमान की खोज में लगे हुए हैं। यह स्थान सुरबाया और सिंगापुर के बीच पड़ता है। इस बीच भारत, अमरीका, ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया, चीन तथा कई अन्य देशों ने विमान की खोज में मदद की पेशकश की है। एयर एशिया विमान में सवार 162 लोगों में से इंडोनेशिया के 155, दक्षिण कोरिया के तीन तथा सिंगापुर, मलेशिया तथा ब्रिटेन के एक-एक यात्री थे, जबकि विमान का सहचालक फ्रांस का नागरिक था।
नागरिक उड्डयन विभाग के सूत्रों के मुताबिक प्रशासन को विमानका रडार डाटा मिल गया है और दुर्घटना के कारणों की जांच करने से पूर्व पूरा ध्यान विमान के मलबे की खोज पर लगाया जा रहा है। उधर, परिवहन मंत्रालय के एयर ट्रांसपोर्टेशन निदेशक जोको मुरयोएटमोडजो ने बताया कि जिस वक्त विमान 32 हजार फुट की ऊंचाई पर उड़ रहा था उस वक्त मौसम खराब था और बादलों से बचने के लिए चालक 38 हजार फुट की ऊंचाई पर उड़ान भरने की अनुमति मांगी थी लेकिन इसके पांच मिनट के अंदर ही विमान का संपर्क एयर ट्राफिक कंट्रोेल से टूट गया और उसके बाद से विमान का कोई पता नहीं है।
सुरबाया से सिंगापुर के बीच कई बार विमान चला चुके एक पायलट ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि खराब मौसम में मार्ग बदलने की अनुमति मांगना कोई बहुत बड़ी बात नहीं है। मैं स्वयं ऎसा कई बार कर चुका हूं और एयर ट्रैफिक कंट्रोल इसकी इजाजत भी दे देता है।