जकार्ता। एयर एशिया के लापता विमान की खोज में लगे इंडोनेशिया के बचाव एवं तलाशी दल को मंगलवार को बोर्निया के पास समुद्र से 40 शव और विमान का मलबा मिला। शवों के मिलते हुए लापता विमान के सही सलामत बचे रहने की उम्मीद पूरी तरह खत्म हो गई और इसके साथ विमान सवार यात्रियों के परिजन मातम मनाने लगे।
नौसेना ने अब तक कुल 40 शवों के बरामद होने की पुष्टि की है। नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि विमान का दरवाजा, आक्सीजन टैंक और एक यात्री के शव को हेलिक ाप्टर से जांच के लिए ले जाया गया है। विमान सवार शेष 122 लोगों तथा विमान के शेष हिस्सों की तलाश के लिए इंडोनेशिया के साथ साथ आस्ट्रेलिया, मलेशिया, सि ंगापुर, दक्षिण कोरिया ओर अमरीका के लगभग 30 जहाज और 2। विमान जुटे हैं।
एयरलाइन ने यहां जारी वक्तव्य में बताया कि वह विमान सवारयात्रियों के परिजनों को सूराबाया आमंत्रित कर रहा है, जहां हर परिवार की जरूरतों का ख्याल रखने के लिए समर्पित लोगों का एक दल तैनात होगा। एयरलाइन के प्रमुख टोनी फर्नाडिस ने ट्वीट किया कि मेरा दिल एयरएशिया के लापता एयरबस ए 320-200 पर सवार लोगों के परिजनों के दुख से द्रवित है। एयरएशिया की तरफ से उन सभी परिजनों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है। मेरे दुख को शब्दों के माध्यम से अभिव्यक्त नहीं किया जा सकता है।
तलाशी एवं बचाव एजेंसी के प्रमुख फ्रांसिसकस बमबांग ने कहा कि तलाशी अभियान में सबसे अधिक मुश्किल समुद्र में तीन-तीन मीटर ऊंची लहरें खड़ी कर रही हैं। तलाशी अभियान रात भर जारी रखा जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक गत रविवार को विमान के पायलट को खराब मौसम से बचने के लिए और अधिक ऊंचाई पर उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी गई। यह अनुमति अतिव्यस्त हवाई यातायात के कारण नहीं दी गई थी।
विमान के पायलट ने खतरे का कोई सिग्नल नहीं दिया था और कुछ देर में लापता हो गया था। विमान पहले 32000 फुट की ऊंचाई पर उड़ान भर रहा था और बाद में उसने 38000 फुट पर उड़ने की अनुमति मांगी थी। एयरलाइन के मुताबिक लापता विमान का पायलट अनुभवी था और नवंबर में विमान की मरम्मत की गई थी।