इंदौर। इंदौर शहर में रविवार को साम्प्रदायिक सद्भाव की मिसाल दिखाई दी। सांझा संस्कृति कांवड़ यात्रा संस्था के बैनर तले निकाली गई कांवड़ यात्रा में सैकड़ों मुस्लिम महिलाएं न सिर्फ शामिल हुई, बल्कि उन्होंने बुर्का पहनकर कांवड़ भी उठाई।
कांवड़ यात्रा दोपहर 3 बजे गांधी हॉल परिसर से शुरू हुई और शहर के प्रमुख मार्गों से निकली। कार्यक्रम की शुरुआत से पहले अतिथियों ने अपने विचार व्यक्त किए।
सांझा संस्कृति कांवड़ यात्रा का यह दूसरा कार्यक्रम था। संस्था द्वारा पिछले साल भी ऐसी ही कांवड़ यात्रा निकाली गई थी। इस अनूठी कावड़ यात्रा में मुस्लिम महिलाएं बुर्का पहनकर शामिल हुईं। वे अपने कंधे पर कावड़ रखे हुए थीं।
यात्रा के आगे चल रहे बैंड बाजों ने भजनों की प्रस्तुतियां भी दी। इस अनूठी कावड़ यात्रा में हिंदू, मुस्लिम, ईसाई व पारसी समाज के लोगों ने भी भाग लेकर सामाजिक समरसता का संदेश दिया।
उल्लेखनीय है कि बीते साल भी संस्था द्वारा इसी तरह सामाजिक समरसता का उदाहरण देती हुई कांवड़ यात्रा निकाली गई थी, जो मधुमिलन चौराहे से शुरू होकर गीता भवन पहुंची थी।