इंदौर। इंदौर पुलिस ने विगत 10 वर्ष से निरंतर प्रेस क्लब के अध्यक्ष की कुर्सी पर जमे प्रवीण खारीवाल को छह महीने पहले हुई शहजाद लाला की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया है।
उल्लेखनीय है कि 12 सितम्बर 2015 को शहजाद लाला की हत्या हुई थी। इस मामले में 15 हजार के दो इनामी छब्बू एवं बब्बू के अलावा 7 अन्य को गिरफ्तार करने के बाद भारी मात्रा में मिले साक्ष्य एवं प्रमाणों के आधार पर आखिरकार खारीवाल को गिरफ्तार कर लिया।
प्रदेश के इतिहास में सर्वाधिक बड़े इस भंडाफोड़ को इंदौर के एसएसपी डीआईजी संतोष कुमार सिंह ने भारी दबाव के बावजूद जब खुलासा करने का मन बनाया, तो कई चेहरों की लाली उड़ गई, लेकिन भोपाल में बैठे उच्च अधिकारियों के निर्देश मिलते ही संतोष कुमार सिंह ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
दरअसल, विगत एक दशक से मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में भू-माफिया तथा अपराधियों की सांठगांठ और राजनीतिक संरक्षण के चलते अपराधों का बोलबाला बढ़ता जा रहा है। इसीलिए पुलिस के चंद लोभमोही अधिकारी एवं कर्मचारियों, यहां तक मीडिया की चादर ओढ़कर राजनीतिक संरक्षण में बैठे लोगों के कारण समाज विरोधी तत्वों का आतंक चरम पर पहुंच गया है।
यही कारण है कि लोगों का पुलिस के साथ-साथ मीडिया से भी भरोसा उठ रहा है और वह राजनीति के माध्यम से बिचौलिए की भूमिका अदा करने वालों के कारण समाज का हर वर्ग का जागरूक नागरिक नेताओं, पुलिस अधिकारियों एवं हर मीडियाकर्मी को भी उसी पैमाने में देखता था, जिस प्रकार चंद लोग अपने फर्ज के प्रति गद्दारी कर अपने पेशे एवं कर्तव्य के प्रति धोखा करते थे।
प्रदेश के इतिहास में सर्वाधिक बड़े इस भंडाफोड़ को इंदौर के एसएसपी डीआईजी संतोष कुमार सिंह ने भारी दबाव के बीच प्रवीण खारीवाल को गिरफ्तार कर 21 मार्च तक रिमांड पर लिया है।
इस दौरान खारीवाल से इंदौर पुलिस किन अन्य ऐसे नामों को जो अपराधियों के मददगार रहे हैं, उजागर करने में सफलता अर्जित करेगी, यह तो भविष्य ही बताएगा। परंतु प्राप्त जानकारी अनुसार जल्दी ही इस मामले में तीन अन्य मीडियाकर्मी भी पुलिस के शिकंजे में आ सकते हैं। वहीं, कुछ भू-माफिया, राजनेता और पुलिस अधिकारियों के नाम भी सामने आ सकते हैं।
इंदौर पुलिस में पूर्व में तैनात रहे एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि भविष्य में ऐसे लोगों का भी पर्दाफाश होना चाहिए, क्योंकि यह बात सत्य है कि इंदौर में भू-माफिया अपराधियों की सांठ-गांठ पुलिस राजनेताओं एवं मीडिया से सर्वविदित थी।
इस पूरे प्रकरण में एसएसपी डीआईजी संतोष कुमार सिंह ने सभी साक्ष्यों एवं प्रमाण मिलने के बाद ही साक्षियों के धारा 164 के तहत बयान दर्ज कर प्रवीण खारीवाल की गिरफ्तारी की। शेष सभी की गिरफ्तारी भविष्य का सवाल है।
जल्दी होंगे प्रेस क्लब के चुनाव
विगत 10 वर्ष से तीन कार्यकाल पूरे करने के बाद साधारण सभा से दो बार प्रस्ताव पारित करवाने के उपरांत 6-6 महीने का दो बार का कार्यकाल मई माह के अंत में पूरा हो जाने उपरांत क्या अब जल्दी ही प्रेस क्लब इंदौर के चुनाव होंगे। इसके लिए सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं।