इंदौर। इंदौर प्रेस क्लब अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल की सदर बाजार पुलिस और क्राइम ब्रांच द्वारा ठगी के मामले में की गई गिरफ्तारी के बाद कोर्ट से रिमांड मिलते ही मंगलवार रात भर पुलिस ने कड़ी पूछताछ की। रिमांड के दौरान खारीवाल ने पुलिस के सामने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
बताया जाता है कि इस मामले में और भी कई नाम सामने आ सकते हैं, जिनमें तीन मीडियाकर्मी भी शामिल होने की बात कही जा रही है। हालांकि पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। बताया जाता है कि सुबह पांच बजे तक पुलिस अधिकारियों ने अलग-अलग बिंदुओं पर खारीवाल से कड़ी पूछताछ की।
वैसे तो प्रेस क्लब अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल के खिलाफ धोखाधड़ी व भ्रष्टाचार की अनेक मामले हैं। पुलिस ने जिस ताजा प्रकरण छब्बू कांड में उसे धोखाधड़ी व डीआईजी-टीआई के नाम लाखों रुपए वसूलने की जो कारज़्वाई की है उसके पीछे की वजह भी उतनी ही सनसनीखेज है।
मंगलवार शाम को कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस अधिकारियों ने रिमांड के दौरान खारीवाल से रातभर पूछताछ की। सूत्र बताते हैं कि खारीवाल ने पूछताछ में क्राइब ब्रांच के एक अधिकारी के अलावा तीन मीडियाकर्मियों के भी नाम लिए है। जिन्होंने रुपए लिए थे।
शरद जैन मामले में भी हो सकती है सजा
प्रेस क्लब के भवन में अनेक लोगों को किराए से आफिस दिए गए हैं। प्रवीण खारीवाल ने शरद जैन को यहां पर आफिस किराए से देने के लिए रुपए ले लिए थे, लेकिन आफिस नहीं दिया। जिस पर शरद जैन ने कोर्ट की शरण लेते हुए मामला दर्ज कराया था। इस मामले में कोर्ट ने डिग्री दे दी है। अगली सुनवाई में खारीवाल की सजा पर फैसला सुनाया जा सकता है।
यह भी चल रहा है मामला
हाईकोर्ट के सामने एमजी रोड पर यातायात पुलिसकर्मी नारायणसिंह के साथ मारपीट करने का मामला प्रवीण खारीवाल के खिलाफ चल रहा है। इस मामले में प्रकरण दर्ज होने के बाद मामला कोर्ट में चल रहा है, जिसकी सुनवाई आगामी 27 अप्रेल को कोर्ट में होना है। बताते हैं कि अपने पुलिसकर्मी के पक्ष में विभाग के कर्मचारी भी आ गए है। सूत्र बताते हैं कि जिस तरह से मामला बना है, उससे लगता है कि खारीवाल पर सजा तय है।
दोपहर में प्रेस क्लब कार्यकारिणी की बैठक
प्रवीण खारीवाल की गिरफ्तारी के प्रेस क्लब के कई पदाधिकारी सकते में हैं। कल एएसपी रुपेश कुमार द्विवेदी द्वारा ली गई कांफे्रंस में खारीवाल को गिरफ्तार करने को लेकर सवाल किया गया था कि सीधे गिरफ्तारी कैसे ले ली। इस पर एएसपी का कहना था कि चूंकि खारीवाल अधिमान्य पत्रकार है, इसलिए वरिष्ठ अधिकारी को पूरे मामले से अवगत कराने के बाद डीआईजी के निर्देश पर गिरफ्तारी की गई है।
उधर, इस मामले को बुधवार की दोपहर में प्रेस क्लब कार्यकारिणी की बैठक रखी गई है। जिसमें प्रवीण खारीवाल के अध्यक्ष पद और सदस्यता को लेकर विचार-विमर्श कर निर्णय लिया जाने की संभावना है।
बातचीत के पुख्ता प्रमाण तैयार किए
मुमताज ने इदरीस के जरिए खारीवाल से संपर्क किया, फिर उससे हुई हर मुलाकात व फोन पर हुई बातचीत की वीडियों व ऑडियों रिकार्डिंग कर पुख्ता प्रमाण तैय्यार किए। फिर जब छब्बू को अप्रत्यक्ष तौर पर पेश करवा लिया तब पुलिस को खारीवाल के खिलाफ सप्रमाण शिकायत कर डाली।
कुख्यात गुंडे से दोस्ती
बताया जाता है कि प्रेस-क्लब अध्यक्ष पर हुई पुलिस कार्रवाई की वजह केवल अफसरों के नाम पर हत्या के आरोपी की पत्नी से रुपए ऐंठकर डकार जाने तक ही सीमित नहीं है। दरअसल खारीवाल को कुख्यात सुपारी किलर शाकिर चाचा से दोस्ती व संरक्षण देने का खामियाजा भुगतना पड़ा है।
बताया गया है कि मुमताज बानो कुख्यात बदमाश जीतू यादव सोनी की पत्नी मंजू सोनी की बहन है। जीतू की दो साल पहले अन्नपूर्णा इलाके में एक बैंक से सामने शूटर शाकिर चाचा ने सरेआम गोली मारकर हत्या कर डाली थी।
उस वारदात के बाद जब शाकिर भी छब्बू की तरह कई हफ्तों फरार रहा तब उसके भी एनकाऊंटर होने की अटकलें लगाई जाने लगी थीं। शाकिर भी छब्बू की तरह नागदा (उज्जैन) में पेश हुआ था। शाकिर से पुलिस ने जो डोजियर (हलफ नामा) भरवाया था उसमें शाकिर ने खारीवाल व खत्री को अपना मददगार बताया था।