नई दिल्ली। अपनी बेटी शीना बोरा हत्याकांड की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी ने जेल में दवाईयां खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की।
इसके बाद सीने में दर्द की शिकायत पर इंद्राणी को शुक्रवार को जेजे अस्पताल लाया गया था, तब से देर रात तक वह बेहोशी की हालत में थी। डॉ का कहना है कि इंद्राणी अभी धीरे-धीरे होश में आ रही हैं लेकिन खतरे से बाहर आने के लिए उन्हें करीब 72 घंटे लगेंगे।
अस्पताल के अधिष्ठाता डॉ तांत्या लहाने ने जानकारी देते हुए बताया कि इंद्राणी की हालत गंभीर है और अगले 24 घंटे उनके लिए काफी नाजुक हैं। डॉ लहाने का कहना है कि इंद्राणी ने आवश्यकता से अधिक गोलियां खाई हैं, जिससे उसकी हालत काफी गंभीर हो गई है। डॉक्टरों ने इंद्राणी के शरीर से जहरीले पदार्थ को निकाल दिया है लेकिन स्थिति अभी भी काफी नाजुक बनी हुई है। पेट की सफाई से जो भी निकला है, उसे फोरेंसिक लैब में जांच के लिए भेज दिया गया है।
डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें अभी खतरे से बाहर आने के लिए लगभग 72 घंटे लगेंगे। डॉ लहाने के मुताबिक वो धीरे धीरे होश में आ रही हैं, मौखिक बातों का जवाब भी दे रही हैं। कहा जा रहा है कि इंद्राणी ने मिर्गी की दवा अधिक मात्रा में ले ली है। इस संबंध में डॉ लहाने ने कहा कि इंद्राणी को खुद नहीं मालूम है कि उन्होंने कौन सी दवा खाई है। फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट आने के बाद ही इस बारे में पता चल सकेगा।
पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आखिर इंद्राणी को जेल में ये गोलियां कैसे मिलीं। दो दिन पहले ही इंद्राणी मुखर्जी की 82 वर्षीय मां दुर्गा बोरा का गुवाहाटी में निधन हो गया था जिसके बाद वह बेचैन हो उठी थी।
जानकारी हो कि आईएनएक्स मीडिया की सीईओ और स्टार इंडिया के पूर्व मुखिया पीटर मुखर्जी की पत्नी इंद्राणी पर अपनी ही बेटी शीना बोरा के कत्ल का आरोप है। मुंबई पुलिस ने बीते 24 अगस्त को इंद्राणी को गिरफ्तार किया था। वहीं, पुलिस रिमांड में 14 दिन पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया था। फिलहाल सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है।
वहीं, शीना बोरा की हत्या तीन साल पहले 24 अप्रैल 2012 को हुई थी। इंद्राणी पर आरोप है कि उन्होंने शीना का गला दबाकर हत्या की और फिर संजीव मुखर्जी तथा ड्राइवर श्याम राय के साथ मुंबई से सटे रायगढ़ के गगोर्डे गांव के जंगल के पास शव को जलाकर फेंक दिया। इस मामले में संजीव खन्ना एवं श्याम राय भी जेल में हैं।