इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने भारत के साथ सिंधु जल समझौता विवाद पर अमेरिका से समर्थन मांगा है। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, इस पर अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने दोनों देशों से इस मसले का सौहार्दपूर्ण समाधान निकालने को कहा है।
‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने शनिवार को लिखा, ‘केरी ने गुरुवार रात वित्त मंत्री इसहाक डार को फोन किया और सिंधु जल समझौते को लेकर चल रहे विवाद पर चर्चा की। उन्होंने इस मामले में विश्व बैंक की भूमिका पर भी चर्चा की, जो 1960 में इसका मध्यस्थ बना था।’
केरी के फोन कॉल के बाद पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत डेविड हेल ने भी वित्त मंत्रालय जाकर डार से मुलाकात की। मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि परदे के पीछे जारी कूटनीतिक गतिविधियों से स्पष्ट है कि यह मामला कितना अहम है।
अखबार ने लिखा है कि सिंधु जल समझौता विवाद ने पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था में एक बार फिर से अमेरिका को महत्वपूर्ण बना दिया है। हाल के महीनों में इस्लामाबाद को अमेरिकी मदद में काफी कमी आई है और इसका बजट घाटा अनुमान से बहुत ज्यादा चला गया है।
क्या है मामला
सिंधु नदी पर भारत दो पनबिजली संयंत्रों का निर्माण कर रहा है। पाकिस्तान लगातार इसका विरोध कर रहा है। पाक ने इस मामले में विश्व बैंक से मध्यस्थता का अनुरोध किया है। लेकिन इसने मध्यस्थता से इन्कार कर दिया। विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम ने दोनों पड़ोसियों से कहा है कि वे जनवरी के अंत तक तय करें कि इस विवाद को कैसे सुलझाना चाहते हैं। इससे इस्लामाबाद नाराज है।