नई दिल्ली। खाद्य पदार्थो और ईंधन की कीमतों में तीव्र वृद्धि के कारण नवंबर में देश की सालाना मुद्रास्फीति दर आरबीआई के चार फीसदी के अंदर रखने के लक्ष्य से ज्यादा पहुंच चुकी है। वहीं, देश के फैक्ट्री उत्पादन में अक्टूबर में गिरावट देखने को मिली है और यह घटकर 2.2 फीसदी रही है।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक नवंबर में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) बढ़कर 4.88 फीसदी पर रहा, जो अक्टूबर में 3.58 फीसदी पर था।
नवंबर में खाद्य महंगाई साल-दर-साल आधार पर 4.41 फीसदी पर रही है, जबकि इसके पिछले माह यह 1.90 फीसदी थी। खाद्य महंगाई में सब्जियों, दुग्ध आधारित उत्पादों, अनाजों, मांस-मछली की कीमतों में वृद्धि का प्रमुख योगदान रहा।
‘ईंधन और बिजली’ खंड में नवंबर में मुद्रास्फीति दर बढ़कर 7.92 फीसदी पर रही। समीक्षाधीन माह में सब्जियों की कीमतों में 22.48 फीसदी तथा दूध आधारित उत्पादों की कीमतों में 4.52 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
इस दौरान मंगलवार को जारी आंकड़ों से पता चला कि देश के फैक्टरी उत्पादन में अक्टूबर में तेज गिरावट दर्ज की गई है और यह 2.2 फीसदी रही, जबकि सितंबर में यह 4.14 फीसदी पर थी। इस गिरावट में मुख्य रूप से विनिर्माण और खनन क्षेत्र के उत्पादन में आई गिरावट का प्रमुख योगदान रहा।