धार। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. सी एस गंगराडे ने अस्पताल के चिल्ड्रन वार्ड में गत दिनों चूहे द्वारा एक नवजात शिशु की नाक कुतरने के मामले में वार्ड की केयरटेकर आशा राठौर को बर्खास्त करने के साथ ही स्टॉफ नर्स सोनाली भिडे को निलंबित कर दिया है।
सिविल सर्जन डॉ. गंगराडे ने शुक्रवार बताया कि बच्चे को लावारिस स्थिति में जिला अस्पताल लाया गया था। एक महीने में उसकी स्थिति अच्छी हो गई है। चूहे द्वारा नवजात को काटने जैसी कोई बात नहीं है, लेकिन इसके बावजूद बच्चे की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार केयरटेकर को सेवा से पृथक किया गया है तथा स्टॉफ नर्स को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
बताया जाता है कि वार्ड की केयरटेकर एवं स्टॉफ नर्स के खिलाफ जिला अस्पताल प्रबंधन द्वारा की गई कार्रवाई से अस्पताल के कर्मचारियों में रोष है। उनका कहना है कि यह प्रबंधन की लापरवाही है, इसलिए जिम्मेदार अधिकारी पर कार्रवाई होना चाहिए।
यह भी बताया जाता है कि पिले दिनों एक निजी अस्पताल में इस नजवात शिशु का जन्म हुआ था। हालत नाजुक होने के कारण माता-पिता ने उसे जिला अस्पताल के चिल्ड्रन वार्ड में भर्ती करा दिया। दो दिन पहले इलाज के दौरान किसी चूहे ने नवजात की नाक कुतर दी।
घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन ने नवजात को शिशु गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती करा दिया, जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। मामले का खुलासा होने पर गुरुवार को दो कर्मचारियों पर कार्यवाही की गई। कार्यवाही के बावजूद अस्पताल प्रबंधन यह मानने को तैयार नहीं है कि चूहे ने नवजात को काटा है। उसका कहना है कि चूहा नवजात के ऊपर से गुजरा था, जिससे उसके नाखून नवजात की नाक पर लग गए।