गुड़गांव/सिरसा। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की फिल्म “एमएसजी-मैसेंजर ऑफ गॉड” के खिलाफ शुक्रवार को हुए प्रदर्शनों के कारण पंजाब और हरियाणा में पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना रहने के लिए कहा गया है।
गुड़गांव में शुक्रवार को बड़े पैमाने पर फिल्म का प्रीमियर रखा गया था, जिसे रविवार तक टाल दिया गया है। डेरा सच्चा सौदा के अधिकारियों ने हालांकि दावा किया कि उन्हें फिल्म रिलीज करने की अनुमति का आधिकारिक पत्र मिल गया है। पंजाब और हरियाणा में शुक्रवार को कुछ स्थानों पर फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन किया गया।
दोनों ही राज्यों के पुलिस अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना रहने के लिए कहा गया है। पंजाब में अमृतसर, भटिंडा और अन्य जगहों पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। राज्य में सत्ताधारी शिरोमणि अकाली दल समेत कई सिख संगठन एवं नेता डेरा सच्चा सौदा और इसके प्रमुख के विरोधी है।
हरियाणा के सिरसा जिला और गुड़गांव समेत कई अन्य स्थानों पर प्रशासन ने सुरक्षा बलों को चौकन्ना रहने के लिए कहा है। राजधानी चंडीगढ़ से 275 किलोमीटर दूर स्थित सिरसा शहर के पास डेरा सच्चा सौदा का मुख्यालय स्थित है।
गुड़गांव में पुलिस ने फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों इंडियन नेशनल छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख अभिनीत फिल्म “एमएसजी-मैसेंजर ऑफ गॉड” के निर्माता ने शुक्रवार को दावा किया कि उन्हें सेंसर बोर्ड द्वारा फिल्म रिलीज करने की अनुमति मिल गई है।
डेरा सच्चा सौदा के प्रवक्ता पवन इंसान ने कहा कि उन्हें शुक्रवार को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा फिल्म रिलीज करने का औपचारिक पत्र मिल गया है। उन्होंने कहा कि फिल्म का प्रीमियर रविवार को रखा जाएगा और जल्द ही फिल्म भी रिलीज कर दी जाएगी। फिल्म एमएसजी पहले शुक्रवार (16 जनवरी) को रिलीज होनी थी, लेकिन इसे रिलीज के समय तक सेंसर बोर्ड की अनुमति नहीं मिली थी।
इस सप्ताह फिल्म के रिलीज पर उस समय अनिश्चितता आ गई थी जब सेंसर बोर्ड ने फिल्म को रिलीज करने की अनुमति देने से मना कर दिया था और मामले को फिल्म प्रमाणन अपीलीय न्यायाधिकरण (एफसीएटी) के पास भेज दिया था। एफसीएटी ने फिल्म को रिलीज करने की अनुमति दे दी।
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने गुड़गांव में पत्रकारों से कहा कि उनकी फिल्म “एमएसजी” में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है। उन्होंने कहा कि वह सेंसर बोर्ड द्वारा फिल्म को अनुमति न दिए जाने और लीला सैमसन के इस्तीफे से उपजे विवाद पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा कि फिल्म की रिलीज को रोका गया है। मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि सेंसर बोर्ड ने फिल्म पर सवाल क्यों उठाए।
उन्होंने कहा कि फिल्म के माध्यम से समाजिक बुराइयां जैसे शराब, वेश्यावृत्ति और नशीले पदार्थो के खिलाफ संदेश दिया गया है और अच्छे कार्यो जैसे रक्त दान और स्वैच्छिक काम करने के लिए प्रेरित किया गया है।