चेन्नई। मैगी के मोर्चे पर जूझ रही कंपनी नेस्ले इंडिया के विरुद्ध मंगलवार को एक और शिकायद दर्ज की गई। कोयंबटूर के एक उपभोक्ता ने खाद्य सुरक्षा नियामक से शिकायत की है कि बेबी फूड सेरेलैक के पैकेट में कीड़े मिले हैं।
खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन के एक अधिकारी आर. कथिरवन ने कहा, ”हमें सेरेलैक के पैकेट में कीड़े मिलने की शिकायत मिली है। हमने जांच के लिए पैकेट भेज दिए हैं। हम उसी किस्म के सेरेलैक के तीन और नमूने लेकर उन्हें जांच के लिए भेजेंगे।’
शिकायतकर्ता एम.एस. श्रीराम ने कहा कि हमने सेरेलैक का पैकेट रविवार को खरीदा था। मेरी पत्नी ने बच्चे को खिलाने के लिए पैकेट सोमवार को दोपहर के करीब खोला। उसे पाउडर में कीड़े मिले, जिसके बाद उसने मुझे फोन कर इसकी जानकारी दी।
श्रीराम ने कहा कि पैकेट पर एक्सपायरी तिथि फरवरी 2016 छपी थी। हम हमेशा एक्सपायरी तिथि देख कर ही सामान खरीदते हैं। उसने कहा कि उसने कंपनी के टोलफ्री नंबर पर फोन किया, लेकिन उसे टका-सा जवाब मिला।
श्रीराम ने कहा कि मुझे टोलफ्री नंबर पर टका-सा जवाब मिला, जिसके बाद मैंने खाद्य सुरक्षा विभाग में शिकायत कर आगे की कार्रवाई करने का फैसला किया। विवाद सामने आने पर ही नेस्ले के अधिकारियों ने कार्रवाई करनी शुरू की।
श्रीराम ने कहा कि कंपनी के अधिकारी ने फोन कर मुझसे माफी मांगी। उन्हें नया पैकेट दिया और कहा कि कंपनी नमूनों की जांच कराएगी। कथिरवन ने कहा कि उत्पाद ठीक तरह से पैक किए हों, तो कीड़े मिलने की संभावना कम होती है।
कोयंबटूर में ही नेस्ले के ही एक अन्य बेबी फूड के विरुद्ध भी शिकायत दर्ज की गई है। दो जून को एक व्यक्ति ने कहा कि नेस्ले के नैनप्रो3 दूध पाउडर में उसे लार्वा और कीड़े मिले।
कथिरवन ने कहा कि शिकायत के बाद हमने दूसरी दुकानों से उस उत्पाद के नमूने लिए। जांच में उत्पाद सही पाया गया। उन्होंने कहा कि यदि पैकेट में नमी आ जाए, तो उसमें कीड़े हो सकते हैं।