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Inter Topper scam : Lalkeshwar singh and Usha Sinha sent to jc
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इंटर टापर्स मामला: सलाखों के पीछे गए लालकेश्वर और उनकी पत्नी

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इंटर टापर्स मामला: सलाखों के पीछे गए लालकेश्वर और उनकी पत्नी
Inter Topper scam : Lalkeshwar singh and his wife Usha Sinha sent to judicial custody
Inter Topper scam : Lalkeshwar singh and his wife Usha Sinha sent to  judicial custody
Inter Topper scam : Lalkeshwar singh and his wife Usha Sinha sent to judicial custody

पटना। बिहार इंटरमिटियट टॉपर्स घोटाला के किंगमेकर बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह और उनकी पत्नी उषा सिन्हा को मंगलवार को पटना सिविल कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

सोमवार को एसआईटी और उत्तर प्रदेश क्राइम ब्रांच की पुलिस ने दोनों को वाराणसी से गिरफ्तार किया था। दोनों टॉपर घोटाले में आरोपी हैं।

विदित हो कि सोमवार को एसआईटी की एक टीम ने दोनों को उत्तर प्रदेश के वाराणसी से गिरफ्तार किया था। पटना लाने के बाद एसआईटी की एक अलग टीम इनसे पूछताछ करेगी।

लालकेश्वर की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी की टीम उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में छापेमारी कर रही थी। वाराणसी एसएसपी आकाश कुलहरी ने कहा कि लालकेश्वर और उनकी पत्नी पिछले दस दिन से यहां छुपे थे।

5-6 दिन पहले बिहार एसआईटी की टीम आई थी और उनसे लालकेश्वर के यहां छुपे होने की सूचना दी थी। बिहार एसआईटी और यूपी क्राइम ब्रांच की टीम इनकी तलाश कर रही थी। सोमवार सुबह दोनों को उनके रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार किया गया।

लालकेश्वर सिंह पर इंटर टॉपर घोटाले में साजिश करने का आरोप है। उनपर टॉपरों की कॉपियों को बदलवाने, मनमाने अंक दिलाने, परीक्षा में फर्जी स्टूडेंट्स को बैठाने, अपने हिसाब से कुछ इंटर कॉलेजों को मनचाहा इवैल्यूएशन सेंटर देने, सेंटर डायरेक्टर चुनने और एग्जामिनर चुनने की सुविधा देने का आरोप है।

इस पूरे घोटाले में गंगा देवी महिला कॉलेज की पूर्व प्रिंसिपल व लालकेश्वर की पत्नी डॉ. उषा सिन्हा की भी संलिप्तता सामने आई है। आरोप है कि वो इंटर कॉलेजों के प्रिंसिपल को अपने घर पर बुलाकर मनमाना रिजल्ट दिलाने की डील करतीं थी। पैसे की डिमांड उनकी तरफ से की जाती थी। बिहार बोर्ड की कोई भी फाइल बिना उषा की रिकमंडेशन के आगे नहीं बढ़ती थी।

मामला तब प्रकाश में आया जब इंटर आर्ट्स और साइंस के रिजल्ट में वैशाली के भागलपुर के विआर कॉलेज के स्टूडेंट सौरभ श्रेष्ठ, राहुल कुमार और रूबी राय ने टॉप किया था। एक टीवी चैनल ने साइंस टॉपर सौरभ और आर्ट्स टॉपर रूबी राय का स्टिंग किया।

वीडियो फुटेज में रूबी राय पॉलिटिकल साइंस को प्रोडिकल साइंस कहती हुई सुनी गई। सौरभ को साइंस का बेसिक नॉलेज तक नहीं था। इसके बाद बिहार बोर्ड ने 3 जून को 1 से 5 रैंक तक टॉप किए स्टूडेंट्स को इंटरव्यू के लिए बुलाया। रूबी राय इस इंटरव्यू में नहीं आई। वहीं, सौरभ ने इंटरव्यू के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा था कि सवाल नहीं पूछिए, सुसाइड कर लूंगा।

बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर सिंह पटना यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रोफेसर रहे हैं। इन्हें पटना कॉलेज का प्रिंसिपल भी बनाया गया था। हालांकि, लगातार विवादों में रहने के कारण 6 महीने में इन्हें पद छोड़ना पड़ा था।

2008 में पटना कॉलेज में इनके खिलाफ हंगामा मचा था। यूनिवर्सिटी से रिटायर होने के बाद इनको राजनीतिक संरक्षण के तहत 2014 में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष का पद मिला था।