सबगुरु न्यूज-जालोर। सत्ता में जब अतिमहत्वाकांक्षा जाग जाती है तो अपने ही अपनों से लडने लगते हैं और जब बाहरी प्रतिद्वंद्वी नहीं रहता तो फिर सत्ता के शीर्ष पर पहुंचने के लिए महत्वाकांक्षाएं अपनों को ही लडवाती है। हाल ही में व्हाट्स एप पर वायरल हुई भाजपा के भीनमाल विधायक पूराराम चैधरी और किसान मोर्चा के प्रदेश प्रतिनिधि हुकुमसिंह की वार्ता का वायरल हुई वाॅइस रिकाॅर्डिंग यही दर्शा रही है।
जालोर के रानीवाडा-भीनमाल में जालोर सिरोही के किसानों का किसान मोर्चा का एक सम्मेलन होने वाला है। इस सम्मेलन के प्रचार-प्रसार के लिए भीनमाल नगर पालिका क्षेत्र में भी होर्डिंग्स लगाए गए थे, लेकिन इन होर्डिंग्स को नगर पालिका ने उतरवा लिए। वायरल हुए वाइस रिकाॅर्डिंग पर यकीन करें तो इन्हें उतरवाने का आरोप भीनमाल के भाजपा विधायक पूराराम चैधरी पर लग रहा है। रिकाॅर्डिंग में पूराराम चैधरी यह स्वीकारोक्ति भी करते हुए दिख रहे हैं कि इन होर्डिंग्स को लगाने के संबंध में नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी ने उनसे पूछा था, उन्होने यह कहा था कि बिना अनुमति के होर्डिंग्स लगे हुए हैं तो उन्हें हटा देवें।
विधायक यह भी कहते हुए दिखे कि मेरे क्षेत्र में मेरे पूछे बिना किस तरह से आयोजन हो सकता है। विधायक यह भी कहते नजर आए कि बिना अनुमति के लगाए गए किसी भी बैनर या होर्डिंग्स को नगर पालिका हटा सकती है, फिर वो उनके हो या मुख्यमंत्री के भी हों। मीडिया रिपोर्ट में विधायक पूराराम चैधरी इस आॅडियो वायरल को उनके खिलाफ साजिश करार दे रहे हैं। उनका कहना है कि यदि अनुमति नहीं ली है और तब इन होर्डिंग्स को हटाया है तो वह क्या कर सकते हैं।
ईओ के आॅडियो में जालोर महोत्सव का हवाला
इधर, हुकुमसिंह और भीनमाल नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी के बीच की वार्ता भी वायरल हुई है। इसमें ईओ यह कहते सुने जा सकते हैं कि किसान मोर्चा के होर्डिंग्स उन्होंने ही हटाए हैं। उनसे इसका कारण पूछा तो बताया कि जालोर महोत्सव के होर्डिंग्स लगाने थे इसलिए यह होर्डिंग्स हटाए। इनकी अनुमति नहीं ली हुई थी, इसलिए जालोर महोत्सव के होर्डिंग्स लगाने के लिए यह होर्डिंग्स हटाए गए हैं।
फोटो भी वायरल
नगर परिषद की ओर से होर्डिंग्स हटाने की बात हुकुमसिंह विधायक पूराराम से हुई बातचीत के वायरल हुए आॅडियो में भी करते आ रहे हैं। यह फोटो व्हाट्स एप पर भी आई है, जिसमें कुछ लोग जेसीबी की बकेट पर चढकर यह बैनर हटाते नजर आ रहे हैं।
विधानसभा और लोेकसभा चुनावों की दुश्मनी का परिणाम तो नहीं !
पार्टी सूत्रों की मानें तो यह होर्डिंग हटाने की कार्रवाई का संबंध विधानसभा और लोकसभा चुनावों से है। इसका कनेक्शन सांचैर से जुडता है। यह एक ही जाति के क्षत्रपों के बीच संघर्ष की परिणीति है। दरअसल, सांचोर के दो क्षत्रपों में से एक को विधानसभा चुनाव में हराने के लिए का आरोप दूसरे पर लगता रहा है। जो क्षत्रप हारे थे उनका भीनमाल कनेक्शन है। और होर्डिंग लगाने वालों का कनेक्शन हार में भूमिका निभाने वाले क्षत्रप से है। ऐसे में माना यह जा रहा है कि होर्डिंग्स हटाकर एक ही जाति के एक क्षत्रप ने दूसरे को अपनी ताकत का अहसास करवाने का प्रयास किया है।
क्या है किसान मोर्चा
किसान मोर्चा भारतीय जनता पार्टी का अनुषांगिक संगठन है। यह पार्टी में किसानों को प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में भाजपा की सत्ता में ही भाजपा के एक अनुशांगिक संगठन के होर्डिंग्स को पूरे शहर से उसी की सत्ता के अधिकारियों की ओर से हटा दिया जाना वाकई आश्चर्यजनक है। यह इस बात का इशारा है कि भाजपा और उसे समर्थन करने वाली जाति के क्षत्रपों में आपसी संघर्ष शुरू हो चुका है।