अजमेर। अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर मेला इस बार दीपावली के दूसरे दिन कार्तिक शुक्ल प्रथम 12 नवम्बर से प्रारम्भ हो जाएगा जो 27 नवम्बर तक चलेगा। राज्य सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर पशु मेला पुष्कर को कार्तिक शुक्ल प्रथम से प्रारम्भ करने के आदेश जारी किए हैं।
जिले के प्रभारी एवं राज्य के शिक्षा मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने बुधवार को विश्व प्रसिद्ध इस पुष्कर मेले में देश विदेश से आने वाले यात्रियों, पर्यटकों, पशुपालकों व पशुओं के लिए व्यापक स्तर पर इंतजाम करने के निर्देश सभी विभागों के अधिकारियों को देते हुए कहा कि इसमें बजट की कोई कमी नहीं आएगी। वे स्वयं अपने स्तर पर भी अन्य विभागों से चर्चा करेंगे।
उन्होंनेे कहा कि पुष्कर और अजमेर दो महान तीर्थ है। दुनिया के हर कोने से श्रद्धालु यहां आते हैं। इनके लिए सभी प्रकार की व्यवस्थाएं करना हमारी जिम्मेदारी है जिससे इनको लगे कि पवित्र तीर्थ स्थल पुष्कर में आकर उन्हें प्रसन्नता हुई है।
उन्होंने विभागों के अधिकारियों से कहा कि वे व्यवस्थाओं में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरते और न ही किसी प्रकार की कटौती करें। इस तरह की सभी व्यवस्थाएं 13 नवम्बर तक पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि वह स्वयं 15 नवम्बर को पुष्कर के विधायक सुरेश सिंह रावत के साथ इसका अवलोकन करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि अजमेर की तर्ज पर पुष्कर में भी विश्राम स्थली का निर्माण आगामी वर्षों में किया जाना चाहिए, जिससे बाहर से आने वाले यात्रियों को यहां ठहरने में किसी प्रकार की दिक्कत नही हो।
मेले के दौरान विभिन्न स्थानों पर 8 डिस्पेन्सरी लगाकर 24 घंटे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने, विभिन्न स्थानों पर 5 एम्बुलेंस रखने व एक मोबाइल डिस्पेन्सरी की सुविधा उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।
बैठक में रावत ने भी सफाई, बिजली व सुरक्षा व्यवस्थाओं के संबंध में विभिन्न सुझाव दिए और कहा कि पुष्कर दर्शन प्रदर्शनी पहली बार मेले में नगर पालिका के सहयोग से लगाई जाएगी।
बैठक में पुष्कर नगर पालिका के अध्यक्ष कमल पाठक ने मेले के दौरान नगर पालिका द्वारा किए जाने वाले इंतजामों के बारे में बताया और विश्वास दिलाया कि नगर पालिका मेले में आने वाले मेहमानों के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी।