नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग के 10वें संस्करण के खिताबी मुकाबले का फैसला बेशक गेंदबाजों के कारण मुम्बई इंडियंस के हक में रहा लेकिन बीते 50 दिनों से क्रिकेट प्रेमियों का मनोरंजन कर रहे इस इलीट टी-20 आयोजन में कुल 10,662 रन सिर्फ चौकों और छक्कों से बने।
इस साल कुल 60 मैच खेले गए। इस दौरान आठ टीमों ने कुल 18,775 रन बनाए, जिसमें से आधे से अधिक रन चौकों और छक्कों से निकले। हालांकि इस दौरान कुल 708 विकेट भी गिरे लेकिन इस दौरान पांच शतक और 95 अर्धशतक भी लगे।
सबसे अधिक दो शतक किंग्स इलेवन पंजाब के सलामी बल्लेबाज हाशिम अमला ने लगाए जबकि दिल्ली के संजू सैमसन, पुणे के बेन स्टोक्स और सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान डेविड वार्नर ने एक-एक शतक लगाया। वार्नर ने 126 रनों की पारी के साथ इस सीजन का सबसे बड़ा स्कोर बनाया।
यही नहीं, वार्नर ने इस साल अधिक रन बनाए। वार्नर ने इस साल का ऑरेंज कप जीता। वार्नर ने 14 मैचों में 58.27 की औसत से 641 रन बनाए, जिसमें एक शतक और चार अर्धशतक शामिल हैं। इस संस्करण में उनका स्ट्राइक रेट 141.81 का रहा।
कोलकाता नाइट राइर्ड्स टीम के कप्तान गौतम गम्भीर सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर रहे। गंम्भीर ने 16 मैचों में 498 रन बनाए जबकि सनराइजर्स के ही शिखर धवन 479 रनों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
वार्नर को ऑरेंज कैप मिलना तय था क्योंकि मुम्बई इंडियंस और पुणे के बीच हुए फाइनल से पहले तक कोई भी खिलाड़ी इस रन स्कोर को छूता नहीं दिख रहा था।
वार्नर ने एक पारी में 126 रन भी बनाए, जो इस सीजन का किसी भी बल्लेबाज का सर्वोच्च व्यक्तिगत योग रहा।
जहां तक सबसे अधिक विकेटों की बात है तो हैदराबाद के ही भुवनेश्वर कुमार ने सबसे अधिक 26 विकेट लिए। पुणे के जयदेव उनादकट ने 24 विकेट लिए जबकि मुम्बई के जसप्रीत बुमराह ने 20 विकेटों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया।
लीग के इस संस्करण में जो सबसे तेज गेंद फेंकी गई उसकी रफ्तार 153.3 किलोमीटर प्रति घंटे रही। इसके बावजूद बल्लेबाजों ने कुल 705 छक्के लगाए। किंग्स इलेवन पंजाब और मुम्बई के बीच हुए मैच संख्या-51 में कुल 62 चौके-छक्के लगे। इस मैच में 36 चौके और 26 छक्के लगाए गए।
एक मैच ऐसा रहा जो सुपर ओवर तक गया और एक मैच ऐसा भी रहा, जिसका फैसला अंतिम गेंद पर हुआ। इस सीजन में सबसे लम्बा छक्का 109 मीटर का रहा। पहले बल्लेबाजी करते हुए जीत का सबसे बड़ा अंतर 146 रनों का रहा। इसी तरह लक्ष्य का पीछा करते हुए बल्लेबाजी करने वाली टीम का जीत का सबसे बड़ा अंतर 10 विकेट का रहा।
इस साल तीन हैट्रिक लगे और एंड्रयू टाई ने इस सीजन में पारी में सबसे अच्छी गेंदबाजी (17-5) का रिकार्ड बनाया।
पुणे के हरफनमौला खिलाड़ी बेन स्टोक्स को मोस्ट वैल्यूबल खिलाड़ी का पुरस्कार मिला। इंग्लैंड के ऑलराउंडर स्टोक्स को पुणे ने नीलामी में 9.5 करोड़ देकर खरीदा था। स्टोक्स फाइनल में नहीं खेल सके। इसके बावजूद वह अपनी कीमत अदा करते हुए सबसे कीमती खिलाड़ी का पुरस्कार हासिल करने में सफल रहे।