कोलकाता। गेंदबाजों के कमाल के बाद कप्तान गौतम गंभीर के उम्दा अर्धशतक से कोलकाता नाइट राइडर्स ने इंडियन प्रीमियर लीग मैच में यहां किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ एकतरफा मुकाबले में आठ विकेट से जीत दर्ज की।
पंजाब के 171 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए केकेआर ने गंभीर नाबाद 72 की सुनील नारायण 18 गेंद में 37 रन के साथ पहले विकेट की 76, रोबिन उथप्पा 16 गेंद में 26 रन के साथ दूसरे विकेट की 40 और मनीष पांडे 16 गेंद में नाबाद 25 के साथ तीसरे विकेट की 55 रन की अटूट साझेदारी की बदौलत 16.3 ओवर दो विकेट पर 171 रन बनाकर आसानी से लक्ष्य हासिल कर लिया। गंभीर ने 49 गेंद की अपनी पारी में 11 चौके मारे। पंजाब के खिलाफ केकेआर की यह लगातार आठवीं जीत है।
इससे पहले किंग्स इलेवन पंजाब की टीम उमेश यादव 33 रन पर चार विकेट और क्रिस वोक्स 30 रन पर दो विकेट की धारदार गेंदबाजी के सामने नौ विकेट पर 170 रन ही बना सकी। नारायण ने चार ओवर में सिर्फ 19 रन देकर एक विकेट चटकाया।
पंजाब का कोई भी बल्लेबाज अच्छी शुरूआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पाया। सलामी बल्लेबाज मनन वोहरा और डेविड मिलर ने सर्वाधिक 28-28 रन बनाए जबकि सलामी बल्लेबाज हाशिम अमला, कप्तान ग्लेन मैक्सवेल और रिद्धिमान साहा ने 25-25 रन की पारी खेली।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे केकेआर को गंभीर और नारायण की सलामी जोड़ी ने तूफानी शुरूआत दिलाई। नारायण ने संदीप शर्मा जबकि गंभीर ने इशांत शर्मा पर चौके के साथ खाता खोला।
नारायण ने संदीप पर पारी का पहला छक्का मारा जबकि गंभीर ने इसी ओवर में लगातार दो चौके मारे। मैक्सवेल के पारी के पांचवें ओवर में नारायण और गंभीर दोनों ने दो-दो चौके मारे।
नारायण ने वरूण आरोन का स्वागत लगातार गेंदों पर दो छक्कों और चौके के साथ किया लेकिन अगली गेंद पर अक्षर पटेल को कैच दे बैठे। उन्होंने अपनी पारी में चार चौके और तीन छक्के मारे।
केकेआर ने पावर प्ले में एक विकेट पर 76 रन बनाए जो आईपीएल में पहले छह ओवर में उसका सर्वश्रेष्ठ स्कोर है।
गंभीर ने मोहित शर्मा के पहले ओवर में चौका मारा जबकि उथप्पा ने भी छक्का जड़ा। दोनों ने नौवें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। उथप्पा इसके बाद अक्षर पटेल की सीधी गेंद को चूककर बोल्ड हुए।
गंभीर ने अक्षर की गेंद पर एक रन के साथ 34 गेंद में अपना 33वां आईपीएल अर्धशतक पूरा किया। केकेआर को अंतिम छह ओवर में जीत के लिए सिर्फ 23 रन की दरकार थी और उसे यह लक्ष्य हासिल करने में कोई परेशानी नहीं हुई।
इससे पहले गंभीर ने टास जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया जिसके बाद अमला और वोहरा ने पहले विकेट के लिए 53 रन जोड़कर टीम को अच्छी शुरूआत दिलाई। अमला ने ट्रेंट बोल्ट के पहले ओवर में दो चौकों से 10 रन जुटाए।
वोहरा ने उमेश पर छक्का और फिर बोल्ट पर लगातार दो चौके मारे। वह हालांकि 17 रन निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब बोल्ट की गेंद पर नारायण ने उनका आसान कैच टपका दिया।
वोहरा ने वोक्स पर भी लगातार दो चौके मारे। वोहरा और अमला ने पांचवें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया। पीयूष चावला ने अगले ओवर में अपनी पहली ही गेंद पर वोहरा को बोल्ड करके इस साझेदारी को तोड़ा। वोहरा ने 19 गेंद में चार चौके और एक छक्का मारा। नारायण ने मार्कस स्टोइनिस 09 को बोल्ड करके पंजाब को दूसरा झटका दिया।
कप्तान मैक्सवेल भी भाग्यशाली रहे जब वोक्स की गेंद पर विकेटकीपर रोबिन उथप्पा उनका मुश्किल कैच नहीं लपक पाए। वह इस समय पांच रन बनाकर खेल रहे थे।
मैक्सवेल ने चावला की लगातार गेंदों पर छक्का और दो चौके मारे। कोलिन डि ग्रैंडहोम ने अपनी चौथी ही गेंद पर अमला को गंभीर के हाथों कैच कराके उनकी धीमी पारी का अंत किया।
मिलर ने उमेश की गेंद पर एक रन के साथ 13वें ओवर में टीम के रनों का शतक पूरा किया। उन्होंने डि ग्रैंडहोम की नोबाल के बाद लगातार दो फ्री हिट पर छक्का और चौका जड़ा। साहा ने भी चावला पर दो छक्कों के साथ तेवर दिखाए।
मिलर ने उमेश पर छक्के के साथ 18वें ओवर की पहली गेंद पर टीम के 150 रन पूरे किए।
उन्होंने दूसरी गेंद पर चौका जड़ा लेकिन तीसरी गेंद पर मनीष पांडे को कैच दे बैठे। उन्होंने 19 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे। अगली गेंद पर साहा भी वोक्स को मिड आफ पर आसान कैच दे बैठे। साहा ने 17 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे।
उमेश ने ओवर की अंतिम गेंद पर अक्षर पटेल 00 को भी नारायण के हाथों कैच कराया। पारी के अंतिम ओवर में वोक्स ने मोहित शर्मा 10 और वरूण आरोन 04 को आउट किया। टीम अंतिम पांच ओवर में 36 रन ही जोड़ सकी।