नई दिल्ली। अपने पिछले मैच में 209 का लक्ष्य 15 गेंद पहले हासिल करने वाली दिल्ली डेयरडेविल्स लगातार दूसरी बार 200 से ज्यादा का लक्ष्य हासिल नहीं कर पाई और इंडियन प्रीमियर लीग के 10वें संस्करण में शनिवार को मुंबई इंडियंस की बेहतरीन गेंदबाजी के सामने 66 रनों पर ढेर होकर 146 रनों से मैच हार गई।
मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मैन ऑफ द मैच लेंडल सिमंस (66) और केरन पोलार्ड (63) की बेहतरीन पारियों के दम पर 20 ओवरों में तीन विकेट खोकर 212 रन बनाकर दिल्ली के सामने 213 रनों का विशाल लक्ष्य रखा था।
अपने घर फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेल रही दिल्ली की टीम ने इस पहाड़ जैसे लक्ष्य के सामने घुटने टेक दिए और 13.4 ओवरों में 66 रनों पर ही ढेर हो गई। यह दिल्ली का आईपीएल में न्यूनतम स्कोर है। इससे पहले दिल्ली इसी आईपीएल में पंजाब के खिलाफ 67 रनों पर ऑल आउट हो गई थी। यह आईपीएल इतिहास की रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत भी है।
दिल्ली के सिर्फ तीन बल्लेबाज ही दहाई के आंकड़े तक पहुंच सके। इस हार के बाद भी दिल्ली की प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदें बरकरार हैं। उसे अब अपने बाकी बचे तीनों मैच जीतने होंगे।
विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी मेजबान टीम की शुरूआत बेहद खराब रही। उसने अपने शीर्ष पांच विकेट 35 के कुल योग पर ही खो दिए थे। इन 35 रनों में से 21 रन सिर्फ करुण नायर के थे। उन्हीं के रूप में दिल्ली ने अपना चौथा विकेट 31 के कुल योग पर खोया। हरभजन सिंह की गेंद को शॉर्ट मिडविकेट के ऊपर से मारने के प्रयास में वह रोहित शर्मा को कैच दे बैठे।
उनसे पहले पिछले मैच में बेहतरीन पारियां खेलने वाले संजू सैमसन और ऋषभ पंत खाता भी नहीं खोल पाए । इन दोनों के अलावा श्रेयस अय्यर भी पवेलियन लौट चुके थे। संजू पारी की पहली ही गेंद पर मिशेल मैक्लेघन की गेंद पर डीप स्कावर लेग पर लैंडल सिमंस के हाथों लपके गए। लसिथ मलिंगा ने अगले ओवर में अय्यर (3) का विकेट लेकर दिल्ली को दूसरा झटका दिया। पंत को बुमराह ने अपना शिकार बनाया।
नायर के बाद कोरी एंडरसन (10) मलिंगा की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में कर्ण शर्मा के हाथों लपके गए। एंडरसन के जाने के बाद मार्लन सैमुएल्स (1) को रोहित ने कर्ण की गेंद पर स्लिप कर शानदार तरीके से कैच कर पवेलियन भेजा। यहां से दिल्ली की जीत की उम्मीदें खत्म हो गई थीं।
पेैट कमिंस 10, कागिसो रबाडा (0), मोहम्मद समी (7), जहीर खान (6) को मुंबई ने जल्दी समेट दिल्ली को हैट्रिक से रोका। मुंबई के लिए हरभजन और कर्ण ने तीन-तीन विकेट लिए। मलिंगा को दो सफलताएं मिलीं। मैक्लेघन और बुमराह एक-एक विकेट लेने में सफल रहे।
इससे पहले, वेस्टइंडीज के दो तूफानी बल्लेबाजों सिमंस और पोलार्ड की आतिशी पारियों के दम पर मुंबई इंडियंस ने निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 212 रन बनाए।
सिमंस और पोलार्ड ने अपने पैर जमाने के बाद दिल्ली के गेंदबाजों की जमकर खबर ली। पोलार्ड को आज मुंबई ने ऊपर भेजा था जिसका उन्होंने भरपूर फायदा उठाया। वह नौवें ओवर में पार्थिव पटेल (25) के आउट होने के बाद आए थे। तब से वह एक छोर पर खड़े रहे और लगातार तेजी से रन बनाते रहे। उन्होंने अपनी नाबाद पारी में 35 गेंदें खेलीं और पांच चौके तथा चार छक्के लगाए।
अंत में हार्दिक पांड्या ने उनका अच्छा साथ दिया और 14 गेंदों में एक चौके तथा तीन छक्कों की मदद से 29 रनों की नाबाद पारी खेली। उन्होंने पोलार्ड के साथ चौथे विकेट के लिए 59 रन जोड़े।
पैट कमिंस द्वारा फेंक गए आखिरी ओवर में इन दोनों बल्लेबाजों ने 23 रन बटोर मुंबई को 200 का आंकड़ा पार कराया। पांड्या ने आखिरी ओवर में दो छक्के और पोलार्ड ने दो चौके जड़े।
अपने स्वभाव के मुताबिक मुंबई ने अच्छी शुरूआत की। हालांकि शुरू के तीन ओवरों में मुंबई की टीम 18 रन ही जोड़ पाई थी। लेकिन इसके बाद पार्थिव पटेल के साथ जोस बटलर की गैरमौजूदगी में पारी की शुरूआत करने उतरे सिमंस ने मोर्चा संभाला और बड़े शॉट्स खेलने शुरू किए। दोनों ने 5.4 ओवर तक टीम को 50 के आंकड़े तक पहुंचा दिया था। विकेट के लिए तरस रही दिल्ली को लेग स्पिनर मिश्रा ने पहली सफलता दिलाई।
पटेल के जाने के बाद सिमंस ने 11वें ओवर की दूसरी गेंद पर एक रन लेकर अपना अर्धशतक पूरा किया। इसके लिए उन्होंने 37 गेंदों का सामना किया।इसके बाद उन्होंने इसी ओवर में मिश्रा पर दो लगातार छक्के जड़े।उनकी पारी का अंत कोरी एंडरसन ने 13वें ओवर की तीसरी गेंद पर किया। सिमंस ने 43 गेंदें खेलीं और चार छक्के तथा पांच चौके लगाए।
दूसरे छोर पर खड़े पोलार्ड ने अपने अंदाज में बल्लेबाजी जारी रखी और तेजी से रन बटोरे। कप्तान रोहित (10) बल्ले से एक बार फिर नाकाम रहे। उन्हें कागिसो रबाडा ने मिश्रा के हाथों कैच करा दिल्ली को थोड़ी राहत दी। पोलार्ड ने रोहित और सिमंस के साथ 37-37 रनों की साझेदारी की।
पोलार्ड ने 17वें ओवर की आखिरी गेंद पर चौका मार अपना पचासा पूरा किया। इसके लिए उन्होंने 29 गेंदें ली। दिल्ली के लिए कमिंस सबसे महंगे साबित हुए। उन्होंने कोटे के चार ओवरों में 59 रन दिए और एक भी सफलता उनके हाथ नहीं लगी। वापसी कर रहे कप्तान जहीर खान सबसे किफायती रहे। उन्होंने चार ओवरों में 29 रन दिए। उनके हिस्से एक भी विकेट नहीं आया।