हैदराबाद। कप्तान डेविड वार्नर (नाबाद 70) की शानदार अर्धशतकीय पारी और भुवनेश्वर कुमार (19-5) की शानदार गेंदबाजी के दम पर मौजूदा चैम्पियन सनराइजर्स हैदराबाद ने सोमवार को उप्पल स्थित राजीव गांधी स्टेडियम में खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग के 10वें संस्करण के 19वें राउंड रोबिन लीग मुकाबले में किंग्स इलेवन पंजाब को पांच रनों से हरा दिया।
हैदराबाद ने टॉस हारने के बाद पहले खेलते हुए पंजाब के सामने 160 रनों का लक्ष्य रखा था लेकिन मनन वोहरा (95) की बेहतरीन पारी के बावजूद यह टीम तमाम प्रयासों के बाद भी लक्ष्य से पांच रन दूर रह गई। पंजाब की टीम 19.4 ओवरों में 154 रन बनाकर आउट हो गई।
पंजाब की शुरुआत अच्छी नहीं रही। उसने शून्य के कुल योग पर ही अपने स्टार सलामी बल्लेबाज हाशिम अमला (0) का विकेट गंवा दिया। अमला को भुवनेश्वर कुमार ने बोल्ड किया। भुवनेश्वर का कहर यहीं नहीं रुका।
16 के कुल योग पर उन्होंने कप्तान ग्लेन मैक्सवेल (10) को चलता कर पंजाब को दूसरा बड़ा झटका दिया। मैक्सवेल ने 12 गेंदों पर दो चौके लगाए।
एक छोर पर गिल्ली गाड़े मनन वोहरा (95) ने तीसरे विकेट के लिए इयोन मोर्गन (13) के साथ 41 रनों की साझेदारी कर पंजाब को मुश्किल से निकालने का प्रयास किया लेकिन मोर्गन को 57 के कुल योग पर आउट कर मोहम्मद नबी ने अपनी टीम का काम आसान किया।
इसके बाद का समय पंजाब के लिए ठीक नहीं रहा। उसने 62 के कुल योग पर डेविड (1) और रिद्धिमान साहा (0) को दो विकेट गंवा दिए। 82 के कुल योग पर अक्षर पटेल (6) भी आउट हुए लेकिन एक छोर पर वोहरा अभी भी टिके थे।
वोहरा का टिकना हैदराबाद के लिए चिंता का सबब था क्योंकि उनके पास अच्छे स्टोक्स थे और वह काफी समय से जमे हुए थे। ऐसे में वह खुलकर शॉट्स लगाने की स्थिति में दिखाई दे रहे थे।
16वें ओवर की समाप्ति के बाद पंजाब को जीत के लिए 24 गेंदों पर 35 रन चाहिए थे और विकेट पर वोहरा का साथ मोहित शर्मा (10) दे रहे थे, जिनके पास आईपीएल और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का अच्छा अनुभव था।
मोहित बड़ी पारी नहीं खेल सके लेकिन उन्होंने गेंदें भी बरबाद नहीं कीं। वह पांच गेंदों पर एक छक्के की मदद से 10 रन बनाकर आउट हुए। सीके करियप्पा (1) अब वोहरा का साथ देने के लिए विकेट पर थे।
भुवनेश्वर द्वारा फेंके गए 17वें ओवर में सात रन बने। एक विकेट भी गिरा और वोहरा का एक कैच भी गिराया गया। इसके बाद 18वें ओवर वोहरा और करियप्पा ने 12 रन लिए। अब 12 गेंदो पर जीत के लिए 16 रनों की जरूरत थी।
स्ट्राइकर करियप्पा के पास थी। भुवनेश्वर ने इसी का फायदा उठाया और उन्हें चलता कर दिया। अब स्ट्राइक आने वाले बल्लेबाज इशांत शर्मा (2) के पास रहना था। इशांत ने एक रन लेकर स्ट्राइक वोहरा को दिया लेकिन इस बार भुवनेश्वर की चलनी थी और उन्होंने वोहरा को पगबाधा आउट करते हुए अपनी टीम को मैच में लौटा दिया।
वोहरा ने अपनी शानदार पारी में 50 गेंदों का सामना कर नौ चौके और पांच छक्के लगाए। वोहरा के रुप में भुवनेश्वर ने पांचवां शिकार किया। भुवनेश्वर के इस ओवर में चार रन बने। अब अंतिम छह गेंदों पर 11 रन चाहिए थे।
सिद्धार्थ कौल द्वारा फेंके जा रहे अंतिम ओर की पहली गेंद पर संदीप शर्मा (नाबाद 5) ने दो रन लिए। दूसरी गेंद वाइड रही। अब पांच गेंदों पर आठ रन चाहिए थे। दूसरी वैध गेंद पर भी एक रन बना। अगली गेंद वाइड थी। अब गेंदें चार और रन छह। तीसरी वैध गेंद पर कोई रन नहीं।
अब गेंदें तीन और रन छह। इसके बाद कौल ने इशांत को बोल्ड करते हुए अपनी टीम को पांच रनों से जीत दिला दी। इशांत 75 टेस्ट मैचों के अपने अपार अनुभव को बल्लेबाजी में नहीं उतार सके।
इससे पहले, कप्तान वार्नर और नमन ओझा (34) की उम्दा बल्लेबाजी के दम पर हैदराबाद ने 20 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 159 रन बनाए। सनराइजर्स टीम ने एक समय 50 रनों पर तीन विकेट गंवाने के बाद वार्नर और ओझा के बीच हुई 60 रनों की साझेदारी की बदौलत चुनौतीपूर्ण स्कोर हासिल किया।
वार्नर ने शिखर धवन (15) के साथ पहले विकेट के लिए 25 और मोएजिज हेनरिक्स (9) के साथ दूसरे विकेट के लिए 25 रनों की साझेदारी की। युवराज सिंह खाता तक नहीं खोल सके।
ओझा का विकेट 110 के कुल योग पर गिरा। ओझा ने 20 गेंदों की तेज पारी में दो चौके और एक छक्का लगाया।
ओझा की विदाई के बाद वार्नर ने दीपक हुड्डा (12) के साथ पांचवें विकेट के लिए 30 रनों की साझेदारी की। अपना पहला मैच खेल रहे मोहम्मद नबी (2) कुछ खास नहीं कर सके।
उनके आउट होने के बाद वार्नर ने संदीप शर्मा द्वारा फेके जा रहे पारी के अंतिम ओवर की चौथी गेंद पर छक्का लगाया और फिर पांचवीं गेंद पर एक रन लेग बाई के तौर पर लिया। अंतिम गेंद पर राशिद खान (नाबाद 6) ने छक्का लगाते हुए पारी का बेहतरीन समापन किया।
वार्नर ने सात चौके और दो छक्के लगाए। पंजाब की ओर से मोहित शर्मा और अक्षर पटेल ने दो-दो विकेट लिए संदीप और केसी करियप्पा को एक-एक सफलता मिली।